Sombhdra news (सोनभद्र) । अलग पूर्वांचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के तत्वाधान में आज दिन के 11:30 बजे बढ़ौली चौक , राबर्ट्सगंज पर राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष काकू सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक संपन्न हुई । बैठक में पूर्वी उत्तर प्रदेश को अलग पूर्वांचल राज्य बनाने की रणनीति तय की गई । बैठक में भाग लेते हुये राष्ट्रीय महासचिव एड पवन कुमार सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश का पूर्वी भाग सबसे पिछडा़ हुआ है, इसकी वजह नागरिको के लिए बुनियादी सुविधाओं की कमी, उचित ग्रामीण शिक्षा और रोजगार की व्यवस्था न हो पाना है। इस क्षेत्र की बेलगाम हो चुकी कानून व्यवस्था, कृषि घाटा, बराबर चिंता के प्रमुख कारण रहे है ।
पूर्वांचल सांस्कृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्र है फिर भी पूर्वांचल हमेंशा उत्तर प्रदेश सरकार तथा भारत की केन्द्रीय सरकार द्वारा नजर अंदाज़ होता रहा है। यहाँ के नौजवानों ने माना है की पूर्वी उत्तर प्रदेश का भाग (पूर्वांचल) में बेरोजगारी की भीड़ पैदा करने वाली, सामाजिक रुप से अनुपयोगी वर्तमान ख़स्ता हाल शिक्षा व्यवस्था व यहां के जर्जर हो चुके मूलभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था, पूरे ढ़ाँचे और पूर्वांचल को पिछड़ा रखने वाली नीति में आमूलचूल राजनीतिक परिवर्तन लाना जरुरी है, जिससे कि इस क्षेत्र से बेरोजगारों का पलायन रुक सके। अत: इस व्यवस्था को समाप्त करना होगा। इसीलिए आज पूर्वांचल राज्य की मांग की लौ बढ़ती जा रही है ।
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राष्ट्रीय प्रवक्ता एड अतुल प्रताप पटेल ने कहा कि अलग पूर्वांचल राज्य के मुद्दे को चंद्र भूषण मिश्र कौशिक ,पवन कुमार सिंह एड, सीमा सिंह व कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक आदि लोग ने पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर बराबर आवाज उठाते रहे , फिर क्या था पूर्वांचल राज्य की परिकल्पना जो लोग भूल चुके थे उनमें अपना हक़ पाने की ललक पैदा हो गई और क्षेत्र में पूर्वांचल राज्य आन्दोलन की लहर पैदा हो गई। पूर्वांचल राज्य पृथक करने की माँग आगे बढ़ती जा रही है अब हर रोज पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा से सैकड़ों लोग दिन-प्रतिदिन जुड़कर सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। प्रदेश सचिव नवीन कुमार पांडेय एड ने कहा कि पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा सितंबर माह में गांव गांव जाकर जन पंचायत लगाएगा जिससे कि इस क्षेत्र के लोगों को बताया जा सके कि इस क्षेत्र के पिछड़ेपन की असली वजह वर्तमान सरकार की इस क्षेत्र के प्रति उपेक्षा करने वाली नीति है और इसका जबाब पूर्वांचल को अलग हो अपना अस्तित्व तलाशने में ही हो सकता है । बैठक का संचालन राष्ट्रीय सचिव संदीप जायसवाल ने किया । इस अवसर पर राम गोपाल दुबे, मनोज जायसवाल, दीपनारायण पटेल, अशोक कुमार कनौजिया एड, मनीष रंजन एड, संतोष चतुर्वेदी ,विकास त्रिपाठी,शाहनवाज हुसैन, नेतराज पटेल ,पवन कुमार द्विवेदी एडवोकेट, राजकुमार सिंह ,फूल सिंह,आदि लोग उपस्थित थे ।