सम्पत्ति पर कब्जे को लेकर दोनों बेटियों में लड़ाई हुई तेज.. फिलहाल अमन पटेल द्वारा मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर उक्त मामले की निष्पक्ष जांच की मांग पर हुई जांच में प्रथम दृष्टया जांच में मिली गड़बड़ी पर शासन ने रिसीवर नियुक्त कर आगे की जांच का दिया आदेश … पल्लवी पटेल को लगा दोहरा झटका…

कानपुर। अपना दल के संस्थापक नेता सोनेलाल पटेल की संपत्ति को लेकर दो बहनें इन दिनों आमने-सामने है।इस लड़ाई में बड़ी बहन पल्लवी पटेल को तगड़ा झटका लगा है। छोटी बहन अमन पटेल की शिकायत पर धोखाधड़ी कर छोटी बहन अमन पटेल को सम्पत्ति से बाहर करने पर तत्कालीन डिप्टी रजिस्ट्रार चिट फंड कानपुर मंडल अरविंद कुमार उत्तम को शासन ने निलंबित कर दिया है ।

वही कानपुर में स्थित संस्था सोनेलाल पटेल शिक्षा संस्थान पर शासन के निर्देश के बाद रिसीवर की नियुक्ति भी कर दी गयी है।अपर जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार सिंह को रिसीवर बनाया गया है।साथ ही पुलिस ने पूरे मामले में धोखाधड़ी की शिकायत पर जाँच प्रारम्भ कर दिया है। जानकारों का कहना है कि पुलिस की जांच में आने वाले समय मे जालसाजी करने वालो की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।आपको बताते चलें कि अमन पटेल ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि उनके पिता स्व सोनेलाल पटेल ने अपने जीवन काल में ही कानपुर के जूही में डॉ सोनेलाल पटेल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना की थी ।उक्त विद्यालय के देखरेख व प्रबंधन में हम परिवार के सदस्यों, जिसमे हम तीनों बहनें एवम उनके पति और हमारी माताजी के अलावा एकमात्र बाहरी व्यक्ति शिवराज सिंह पुत्र स्व आर पी पटेल भी संस्था के सदस्य थे।

उन्होंने आरोप लगाया है कि वर्ष 2016 में रजिस्ट्रार चिट फंड सोसायटी की मिलीभगत से उक्त संस्था के प्रबंधन का एके फर्जी चुनाव कराया गया जिसमें संस्था के सदस्य शिवराज सिंह पुत्र आर पी पटेल की जगह पर शिवराज सिंह पुत्र स्व श्री राम नामक व्यक्ति से मतदान कराकर उन्हें संस्था की प्रबंधन के पद से हटा दिया गया। उनके पत्र पर शासन से उच्चधिकारियों की एक विशेषज्ञ टीम द्वारा की गई जाँच में तत्कालीन रजिस्ट्रार की मिलीभगत के सबूत मिलने पर शासन ने उन्हें निलंबित करते हुए विवादित सम्पत्ति पर रिसीवर नियुक्त करते हुए आगे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
