शिव सेना ने राहुल के ‘हिंदुओं का राज लाना है’ वाले बयान का किया स्वागत
हिंदुत्व की राजनीति करने वाली शिव सेना ने कहा है कि धर्मनिरपेक्षता अर्थात व्यर्थ सेकुलरवाद के जाल व शौक में फंसी कांग्रेस को राहुल गांधी ने नया मार्ग दिखाने का प्रयास किया है।
राहुल ने 12 दिसंबर को जयपुर में हुई महंगाई हटाओ रैली में कहा था कि हिंदू व हिंदुत्ववादी शब्दों के मतलब अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा था कि वे हिंदू हैं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हैं और महात्मा गांधी हिंदू थे लेकिन नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी था।
मुम्बई । महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार चला रही शिव सेना ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘हिंदुओं का राज लाना है’ वाले बयान का स्वागत किया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हमलों के बीच कांग्रेस का खुलकर समर्थन करने वाली शिव सेना ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘हिंदुओं का राज लाना है’ वाले बयान का स्वागत किया है।
राहुल ने कहा था कि साल 2014 से देश में हिंदुत्ववादियों का राज है, हिंदुओं का नहीं और हमें हिंदुत्ववादियों को हटाना है तथा एक बार फिर हिंदू राज लाना है।
शिव सेना ने अपने मुखपत्र सामना के ताजा संपादकीय में लिखा है कि हालांकि राहुल ने हिंदू और हिंदुत्व के बारे में शब्द से छेड़छाड़ की है लेकिन फिर भी देश की बहुसंख्यक आबादी वाले हिंदू समाज से अपील करने की भूमिका कई वर्षों बाद कांग्रेस ने अपनाई है।
संपादकीय में आगे लिखा गया है कि हिंदू इस देश का धर्म है लेकिन यहां सभी धर्मों के लोग मिलजुलकर देश के नागरिक के रूप में रह सकते हैं। मातृभूमि को वंदन करने वाला देश के लिए त्याग करने को तत्पर रहने वाला मुसलमान भारत माता का ही पुत्र है, यह विचार मतलब राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्षता है और शिवसेना ने हिंदुत्व के रूप में इसी विचार का समर्थन किया है।
केंद्र सरकार पर निशाना
शिव सेना ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि दिल्ली की मौजूदा सत्ता हिंदू संस्कृति से मेल नहीं खाती है। कोई क्या और कैसे खाए इस पर दंगे करवाकर झुंड का शिकार बनाना हिंदू संस्कृति के अनुरूप नहीं है।
शिव सेना ने कहा है कि आज हिंदू वोट बैंक की राजनीति सफल हो रही है और बीजेपी उसी का ‘खा’ रही है। ऐसी अवस्था में विचारों की बिजली कौंधे, इस तरह से राहुल गांधी ने हिंदू राज्य लाने की आवाज उठाई है। देश हिंदुओं का है, इस विचार को वे फिर एक बार चमका कर सामने लाये हैं और चमकाया हुआ यह दीपक वह जलाते हैं तो इसका स्वागत है।
ममता बनर्जी को संदेश
शिव सेना ने कुछ दिन पहले यह साफ कर दिया था कि बीजेपी और एनडीए के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय स्तर पर कोई गठबंधन बनाना है तो कांग्रेस को साथ लेना ही होगा। ऐसा कहकर शिव सेना ने ममता बनर्जी को यह संदेश दिया था कि वह कांग्रेस को नज़रअंदाज करने की कोशिश न करें।
शिव सेना के सांसद संजय राउत ने बीते दिनों दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाक़ात की थी। इसके बाद राउत ने कहा था कि गोवा और उत्तर प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस और शिव सेना मिलकर काम कर सकते हैं। दोनों ही राज्यों में चुनाव हैं और यहां दोनों दल कोई गठबंधन कर सकते हैं।