पटना मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी ऑरेंज अलर्ट का असर बिहार में दिखा. राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश हुई. आंधी-पानी के कारण राज्य में जान-माल का व्यापक नुकसान हुआ.
पटना : बिहार में मौसम विभाग की ओर से जारी ऑरेंज अलर्ट के बाद राज्य भर में तूफानी बारिश और आंधी-वज्रपात से व्यापक नुकसान हुआ है. जानकारी के अनुसार राज्य में अबतक 27 लोगों की मौत हो गयी है. वहीं 24 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है. कई घायलों की हालत चिंताजनाक बनी हुई है. इस वजह से सड़क पर कंटेनर पलटने, नदी में नाव फंसने, राजधानी सहित कई ट्रेनें के जहां-तहां फंसने की खबर आयी. मौसम का असर वायुसेवा पर भी पड़ा. भागलपुर सहित राज्य कई जिलों में सड़क हादसे के कारण जाम भी खबर आयी.
कहां हुई कितनी मौत : मुजफ्फरपुर और भागलपुर में 6-6 लोगों की मौत हुई है. लखीसराय जिले में 3 लोगों की मौत हो गई है. वैशाली और मुंगेर में 2-2, बांका, जमुई, कटिहार, किशनगंज, जहानाबाद, सारण, नालंदा व बेगूसराय में 1-1 व्यक्ति की मौत हो गई है. वहीं कई लोग अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं.
रेलवे का ओवरहेड वायर टूटा, राजधानी फंसीः खगड़िया में आंधी के कारण रेलवे का ओवरहेड वायर टूटने से कई ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ. इस कारण खगड़िया में डिब्रूगढ़ से दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस कई घंटे फंसी रही. इसके अलावा कई ट्रेनों को कंट्रोल की ओर से अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दिया गया था. वायर सही करने के बाद परिचालन बहाल हुआ. खगड़िया जिले में BSNL का टावर गिड़ने से एक महिला उसकी चपेट में आ गयी. गंभीर स्थिति में उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
10 जिलों में बारिश: बिहार के उत्तर और पूर्वी हिस्सों के 10 जिलों में मेघ गर्जन के साथ बारिश हो रही है. बारिश के आगे भी होने की संभावना है. इसे देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है. प्रदेश में तापमान की बात करें तो बुधवार को पटना का तापमान 40.6 डिग्री के पार रहा. प्रदेश में बदलते मौसम के कारण पटना का तापमान सामन्य से तीन डिग्री अधिक दर्ज किया गया.
ऑरेंज अलर्ट जारी: पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने समस्तीपुर, भागलपुर, खगड़िया, दरभंगा, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय के कुछ भागों में अगले दो से तीन घंटे में हल्के से मध्यम दर्जे की मेघ गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना जताई है. मौसम विज्ञान केंद्र ने इन जिलों के कुछ स्थानों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना जताई है. इसके साथ ही इन इलाकों में वज्रपात की संभावना भी जताई जा रही है.
मौसम को लेकर चेतावनी जारी: मौसम विज्ञान केंद्र, पटना ने इन मौसमों को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही चेतावनी भी जारी की है. मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से लोगों से आग्रह किया गया है कि बारिश और मेघ गर्जन के दौरान वे सतर्क और सावधान रहें. यदि कोई व्यक्ति खूले स्थान पर हैं तो वो यथा शीघ्र किसी पक्के मकान में चले जाएं. ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभों से दूर रहें.
येलो अलर्ट (Yellow Alert): भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.
ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert): चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
ब्लू अलर्ट (Blue Alert): जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.
रेड अलर्ट (Red Alert): जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.
ग्रीन अलर्ट (Green Alert): कई बार विभाग मौसमी बदलावों की संभावना पर ग्रीन अलर्ट की घोषणा करता है. हालांकि, बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.