सोनभद्र । वीरता व अटूट प्रेम की निशानी वीर लोरिक पत्थर पर 6 नवम्बर को गोवर्धन पूजा का आयोजन होगा । मध्यप्रदेश , झारखंड , छत्तीसगढ़ और बिहार जैसे राज्यों से सटे सोनभद्र की अति व्यस्त सड़क जिसे सोनभद्र की लाइफ लाइन भी कहा जाता है पर स्थित मारकुंडी घाटी में आज भी वीर लोरिक के पराक्रम का प्रतीक वह पत्थर जस का तस खड़ा है । मान्यता के अनुसार इसे बलिया के वीर लोरिक ने अपनी बलशाली भुजाओं से खंडित किया था । अगोरी स्टेट की मंजरी व लोरिक के अमर प्रेम का गवाह घाटी का यह पत्थर आज प्रेम के असली मायने को सिखाता है ।

मारकुंडी घाटी में स्थित यह वीर लोरिक पत्थर केवल वीरता अथवा प्रेम का ही प्रतीक नही है अपितु अपने आप मे यह इस क्षेत्र के इतिहास को भी समेटे हुए है।आपको बताते चलें कि इस ऐतिहासिक पत्थर के समीप ही हर साल विराट गोवर्धन पूजा का आयोजन किया जाता है । इस साल यह कार्यक्रम छह नवंबर को आयोजित किया जाएगा । गोवर्धन पूजा के मौके पर यहां उनके समर्थकों का जमावड़ा होता है जिसमे काफी दूर तक के लोग आते हैं।उक्त मेले की एक खासियत यह भी है कि यहाँ पूजा कराने वाले गुरु द्वारा आगे आने वाले एक साल के मौसम की भविष्यवाणी भी की जाती है जो लगभग सही होती है।
