दीपावली के एक दिन पहले आये देश के विभिन्न हिस्सों से विधानसभा व लोकसभा के उपचुनाव के परिणाम से एक बात साफ निकल कर आयी कि जनता में मंहगाई एक बड़ा मुद्दा बनती जा रही है।यहाँ तक कि हिमांचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने तो खुल कर हार का कारण महंगाई को बताया।इसके बाद केंद्र सरकार को समझ मे आया कि आगामी साल में सम्पन्न होने वाले पांच राज्यो के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महंगाई पर काबू करना आवश्यक है।सम्भवतः इसी बात को ध्यान में रखते हुए डीजल व पेट्रोल की कीमतों को कम करने के प्रयास में सरकार लग गयी है।

लखनऊ। केंद्र सरकार ने देशवासियों को दिवाली पर महंगाई से राहत देने वाला तोहफा दिया तो इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी बुधवार को डीजल व पेट्रोल पर वैट की दरें घटा कर पेट्रोल और डीजल की कीमतें और कम कर दिया। योगी सरकार ने पेट्रोल पर 7 रुपए और डीजल पर 2 रुपए वैट घटा दिया है।केंद्र सरकार के एक्साइज ड्यूटी और प्रदेश सरकार के वैट घटने से पेट्रोल और डीजल उत्तर प्रदेश में 12 रुपए प्रति लीटर सस्ते हो गए हैं। एक्साइड ड्यटी और वैट कम होने के कारण गुरुवार से यूपी में पेट्रोल लगभग 94.94 रुपए प्रति लीटर जबकि डीजल लगभग 86.89 रुपए प्रति लीटर मिलने लगा है।

इससे प्रदेश में 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले जनता को महंगाई से थोड़ी राहत मिलेगी। इससे पहले यूपी में डीजल पर 17.48 प्रतिशत या 10.41 रुपए प्रति लीटर की दर से वैट वसूला जा रहा था, जबकि पेट्रोल पर 26.80 प्रतिशत या 17.74 रुपये प्रति लीटर की दर से वैट लिया जा रहा था. डीजल व पेट्रोल पर वैट के जरिये हर महीने करीब 2000 करोड़ रुपये का राजस्व प्रदेश सरकार को प्राप्त होता है।

केंद्र सरकार ने उत्पाद शुल्क घटाने के साथ ही राज्य सरकारों से भी पेट्रोल और डीजल पर वैट की दरों को कम करने को कहा था। मोदी सरकार ने आगामी रबी सीजन को देखते हुए किसानों के लिए राज्यों से वैट में कटौती करने की अपील की थी।

यूपी में बुधवार को पेट्रोल करीब 107 रुपये प्रति लीटर और डीजल 98.91 रुपये प्रति लीटर की दर से मिल रहा था। ऐसे में यदि गुरुवार को कंपनियां पेट्रोल डीजल के दामों में बदलाव नहीं करती हैं तो केंद्र के एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद पेट्रोल 102 रुपये और डीजल पर 10 रुपये की कटौती किए जाने के बाद 88.91 रुपये प्रति लीटर मिलता।