Saturday, May 11, 2024
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ऊना की अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका , 7 लोगों की मौत , सीएम ने दिए जांच के आदेश

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हरोली के टाहलीवाल स्थित पटाखा फैक्ट्री में हुआ धमाका . धमाके के बाद फैक्ट्री में आग लग गई. आग की चपेट में आने से कई लोग झुलस गए. घायलों को ऊना अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि पटाखों की फैक्ट्री अवैध थी. ऊना के एसपी अर्जित सेन के मुताबिक ये फैक्ट्री टाहलीवाल इंडस्ट्रियल एरिया के पास बाथरी में थी. धमाके के कारणों का पता लगाया जा रहा है. ऊना धमाके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जांच के आदेश दिए हैं.

ऊना ।  हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ है. हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है. कई लोगों के झुलसने की खबर है. ब्लास्ट के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ऊना जिले के हरोली उप-मंडल के बाथू में एक पटाखा फैक्टरी में हुए धमाके पर शोक व्यक्त किया है. सीएम ने इस हादसे को लेकर डिवीजनल कमिश्नर से जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल राहत एवं पुनर्वास प्रदान करने तथा दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

सीएम जयराम ने ऊना धमाके में मारे गए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता प्रदान करने की घोषणा की और पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती गंभीर रूप से घायल 11 लोगों को विशेष संदेशवाहक के माध्यम से 15-15 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं. इसी प्रकार ऊना अस्पताल में भर्ती तीन घायलों को पांच-पांच हजार रुपये प्रदान किए गए हैं. मुख्यमंत्री ने इस घटना की जांच मंडलायुक्त के माध्यम से करने और उन्हें एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट जमा करने के आदेश दिए हैं.

जिला के टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र के तहत बाथू में अवैध पटाखा चल रही है. फैक्ट्री में मंगलवार सुबह हुए ब्लास्ट के बाद भीषण आगजनी में 7 लोग जिंदा जल गए. मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है, जो घटना के वक्त अपनी मां के साथ यहां मौजूद थी. पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने 7 लोगों की मौत की पुष्टि की है. करीब 12 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है.

मामले की जानकारी मिलते ही डीसी राघव शर्मा भी प्रशासनिक अमले के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. वहीं, फैक्ट्री को लेकर पंचायत से लेकर प्रशासन तक सभी लोगों ने अवैध करार देते हुए कोई भी जानकारी होने से साफ इंकार किया है. विभाग ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया. हालांकि, आग पर काबू पाए जाने तक 7 लोग मौत के मुंह में जा चुके थे. डीसी और एसपी समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी और उद्योग विभाग के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे.

ग्राम पंचायत की प्रधान सुरेखा राणा का कहना है कि इस उद्योग के यहां होने की जानकारी नहीं थी । उद्योग को संचालित करने के लिए किसी प्रकार की एनओसी पंचायत से नहीं ली गई. 1 साल पहले तक यहां पर धर्म कांटा बनाने का काम चल रहा था. लिखित धर्म कांटा बनाने का काम कब बंद हुआ और कब पटाखे बनाने यहां पर शुरू किए गए किसी को भी कोई जानकारी नहीं है.

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