पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन पहुँचा सर्वोच्च न्यायालय , बीसीसीआई को न्यायालय ने दिया कार्यवाही का निर्देश
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पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआई की तरफ से मान्यता न दिए जाने को लेकर एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट में सुनवाई की बात कही. हाईकोर्ट ने बीसीसीआई को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
वाराणसी । पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन पिछले 15 सालों से बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है. इसके लिए पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन ने बीसीसीआई से पत्राचार भी किया है. लेकिन बीसीसीआई की तरफ से कोई कदम न उठाए जाने पर पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट में सुनवाई की बात कही है. वहीं मामले को लेकर पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि अगर उन्हें मान्यता मिल जाती तो 39 जिलों के खिलाड़ियों का भविष्य उज्जवल होगा.
पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि पैनल में शामिल करने के लिए बीसीसीआई से पिछले 15 सालों से निवेदन किया जा रहा है. जिससे पूर्वांचल के 39 जिलों के खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी व अन्य गेम खेल सकें.
यहां के खिलाड़ी अन्य राज्यों मे जाकर खेलते हैं. बीसीसीआई की तरफ यह नियम भी लाया गया है कि जिस राज्य के खिलाड़ी हैं वहीं खेलें. इसके चलते खिलाड़ियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
निदेशक जावेद कमाल ने बताया कि पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन पूर्वांचल के सभी जिलों में कई सालों से लगातार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के साथ क्रिकेट कैम्पों को आयोजन कर रहा है.
इसके अलावा एसोसिएशन पूर्वांचल के विभिन्न क्षेत्रों में क्रिकेट प्रतियोगिताएं भी आयोजित करते चला आ रहा है. बीसीसीआई से मान्यता के लिए एसोसिएशन पत्र व अन्य माध्यमों से संपर्क करते आ रहे हैं. लेकिन अभी तक कोई भी सफलता नहीं मिल पाई है.
जावेद कलाम ने बताया कि इसको लेकर एसोसिएशन ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. सर्वोच्च न्यायालय ने मामले का संज्ञान लेकर उच्च न्यायालय में अपील करने की सलाह दी है.
जिसके बाद उच्च न्यायालय ने बीसीसीआई को निर्देशित किया है कि पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन को जल्द से जल्द नियमानुसार मान्यता प्रदान करने की कार्रवाई करे.
बता दें कि उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद बीसीसीआई व पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के बीच 16 दिसम्बर को एक वर्चुअल मीटिंग हुई है. मीटिंग के बाद बीसीसीआई के ज्वाइंट सेक्रेटरी ने आश्वस्त किया है कि सभी बोर्डों के सामने प्रस्ताव को रखा जाएगा.
इसके बाद पूर्वांचल के सभी जिलों का दौरा कर जल्द से जल्द मान्यता देकर मामले का निपटारा कर दिया जाएगा. जावेद कलाम ने कहा कि अगर मान्यता मिल जाती है तो 2022 में यूपी रणजी ट्रॉफी में खिलाड़ियों को खेलने का मौका भी मिल सकता है.