Sunday, April 28, 2024
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गोवा में भारी मतदान के क्या हैं मायने ? कांग्रेस क्यों कर रही है जीत के दावे

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दक्षिणी गोवा में 78% मतदान हुआ है. जबकि उत्तरी गोवा में 79% के करीब. इनमें भी दिलचस्प बात ये है कि सबसे अधिक 89.61% मतदान सेंक्वेलिम सीट पर हुआ है, जहां से भाजपा के उम्मीदवार और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत चुनाव लड़ रहे हैं

पणजी. गोवा, देश का सबसे छोटा राज्य है. लेकिन इस बार इस राज्य ने मतदान में बड़ा रिकॉर्ड बनाया है. अब तक मिले आंकड़ों के अनुसार, गोवा (Goa) की कुल 40 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार, 14 फरवरी को करीब 78.94% मतदान हुआ है. इसमें अभी थोड़ी और बढ़त की संभावना है क्योंकि अंतिम आंकड़ों की पुष्टि मंगलवार शाम तक ही हो सकेगी. इतने भारी मतदान के बाद सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ()और विपक्षी कांग्रेस अपने-अपने स्तर पर तमाम दावे कर रही हैं. इसे राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार के खिलाफ लहर भी बताया जा रहा है.

सबसे ज्यादा मतदान मुख्यमंत्री की सीट पर
गोवा में मात्र 2 जिले हैं- उत्तरी गोवा और दक्षिणी गोवा. इनमें दक्षिणी गोवा में 78% मतदान हुआ है. जबकि उत्तरी गोवा में 79% के करीब. इनमें भी दिलचस्प बात ये है कि सबसे अधिक 89.61% मतदान सेंक्वेलिम सीट पर हुआ है, जहां से भाजपा के उम्मीदवार और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत चुनाव लड़ रहे हैं. वे इस सीट पर दो बार 2012 और 2017 में जीत हासिल कर चुके हैं. जबकि 2008 में हुए उपचुनाव में उन्हें यहीं से हार का भी सामना करना पड़ा था. गोवा में सबसे कम मतदान बेनॉलिम सीट पर दर्ज हुआ है. लेकिन वह भी 70.2% रहा.

इसीलिए कांग्रेस खास तौर पर उत्साहित
इस भारी मतदान से कांग्रेस पार्टी खास तौर पर उत्साहित है. पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश गुंडूराव कहते हैँ, ‘लोग निर्णायक वोट देने के लिए बढ़-चढ़कर मतदान के लिए निकले हैं. लोग भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहते हैं. ये भारी मतदान इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि भाजपा की सरकार के खिलाफ भारी सत्ताविरोधी लहर है. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को भी अंदेशा हो गया था. इसीलिए उन्होंने घर-घर जाकर वोट मांगे. लेकिन उनकी सीट पर जैसा बंपर मतदान हुआ, उससे हमें भरोसा हो चला है कि वे शायद ही अपनी सीट बचा पाएं. निश्चित ही यह हमारे लिए उत्साहजनक है.’

भाजपा और ‘आप’ के भी जीत के दावे

दूसरी तरफ मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत इस मतदान को अपनी सरकार की नीतियों का समर्थन बता रहे हैं. हालांकि वे भी मानते हैं कि इस बार राज्य में स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार आएगी. वहीं, आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अमित पालेकर कहते हैं, ‘गोवा के लोग भाजपा और कांग्रेस दोनों से त्रस्त हैं. यह मतदान नए बदलाव का संकेत है.’ हालांकि दावे इनमें से दावे किसके कितने सही बैठते हैं, यह तो 10 मार्च को चुनाव नतीजों के साथ ही सामने आने वाला है.


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