Chardham Yatra 2023 हृदय गति से मरने वाले 40 तीर्थयात्रियों में से अधिकांश तीर्थयात्रियों ने चिकित्सकों के मना करने के बाद भी जोखिम लिया है । गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को खुल गए थे। दोनों धामों में अब तक साढ़े नौ लाख तीर्थयात्री पहुंचे हैं।
Chardham yatra news उत्तरकाशी । केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद से धाम में अभी तक 68 यात्रियों की मौत हो चुकी है। अधिकांश मौतें हार्ट अटैक से हुई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक तीन हजार से अधिक यात्रियों को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। केदारनाथ में गत 25 अप्रैल से यात्रा शुरू होने के बाद अब तक पिछले लगभग 2 महीने में 68 यात्रियों की मौत हुई है।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में इस बार हृदय गति से मरने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या भी काफी अधिक रही है हालांकि यह तादात पिछले साल की तुलना में कम है। गंगोत्री धाम की यात्रा के दौरान 56 और यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान 12 तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। जबकि तीन तीर्थयात्रियों की चोटिल होने से मौत हुई है।
हृदय गति से मरने वाले अधिकांश तीर्थयात्रियों ने चिकित्सकों के मना करने के बाद भी जोखिम लिया है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को खुल गए थे। दोनों धामों में साढ़े नौ लाख तीर्थयात्री पहुंचे हैं। जिनमें 4.51 लाख यमुनोत्री और 5.14 लाख गंगोत्री धाम में पहुंचे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचसीएस मार्तोलिया ने बताया कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य खराब होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्परता से स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उपचार किया जा रहा है। रविवार को आकस्मिक एवं ओपीडी सहित 1891 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार कराया गया।
अब तक ओपीडी एवं आकस्मिक सुविधाओं सहित 106356 तथा केवल ओपीडी के माध्यम 92562 से श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया है। जिसमें 73182 पुरुष तथा 19380 महिलाएं शामिल हैं। अब तक कुल 3034 यात्रियों को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है।
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उत्तरकाशी के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसीएस पंवार ने कहा कि यमुनोत्री यात्रा के दौरान जिन तीर्थयात्रियों की मृत्यु हृदय गति रुकने से हुई है। उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहले ही अनफिट बता दिया था तथा यात्रा टालने की अपील की थी। दोनों धामों की यात्रा के दौरान अब तक 68 तीर्थयात्रियों मौत हुई है।
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