अनिश्चितकालीन धरना सातवें दिन भी जारी
म्योरपुर/ सोनभद्र। लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के जिम्मेदार केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को मंत्री परिषद् से बर्खास्त कर गिरफ्तार करने, आंदोलनरत किसानों की वाजिब मांग तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी पर कानून बनाने को स्वीकार करने और बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने और रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य के अधिकार की गारंटी करने तथा हर हाल में लोकतंत्र की रक्षा करने, वनाधिकार कानून के तहत पुश्तैनी जमीन पर अधिकार देने, मनरेगा में काम और बकाया मजदूरी का भुगतान, आदिवासी लडकियों के लिए उच्च शिक्षा तक निःशुल्क व आवासीय सुविधा देने की मांगों पर आज रासपहरी में आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट का अनिश्चितकालीन धरना सातवें दिन भी जारी रहा।
संयुक्त किसान मोर्चे के राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद कार्यक्रम का समर्थन करते हुए धरने में लाये गए राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट तक ने यह महसूस किया कि जब तक लखीमपुर में किसानों की मौत के जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अपने पद पर बने रहेगे निष्पक्ष जांच हो पाना सम्भव नहीं है। लेकिन भाजपा सरकार उनको मंत्रीे पद से बर्खास्त करने और एफआईआर के अनुरूप गिरफ्तार करने की जगह शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक आंदोलन कर रहे किसान नेताओं की ही गिरफ्तारी और उन्हें घरों में नजरबंद कर अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला कर रही है।
आज पूरे प्रदेश में किसानों और उनके नेताओं पर हुए दमन की कड़ी निंदा करते हुए प्रस्ताव में कहा गया कि इस सरकारी दमन से किसान आंदोलन रूकेगा नहीं। भाजपा सरकार के दमन की सजा जनता चुनावों में देगी। धरने से मनरेगा मजदूरी के भुगतान के लिए जिलाधिकारी को पत्रक भी भेजा गया।
धरने में आइपीएफ जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका, मजदूर किसान मंच जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, मंगरू प्रसाद गोंड़, मनोहर गोंड़, संजय गोंड़, बृज मोहन गोंड़, बिरझन गोंड़, राम बेचन गोंड़, राम विचार गोंड़, महारजिया देवी, बुद्धदेव गोंड़, राजकुमारी गोंड़, राजपति गोंड़, पानकुवंर गोंड़, फुलकुवंर गोंड़, राम किशुन गोंड़, जगमन देवी, अकबर देवी, गीमा देवी, सुकुवरिया देवी, महिपत गोंड़, रामदास गोंड़, हरी प्रसाद गोंड़, जिंदलाल गोंड़, जगमोहन गोंड़ आदि उपस्थित रहे।