चोपन से सन्तोष शर्मा की ग्राउंड रिपोर्ट
चोपन।वाराणसी से हाथीनाला तक राज्यमार्ग का निर्माण कार्य कराने वाली कम्पनी की लापरवाही के कारण आये दिन लोगों की जान जा रही है।आपको बताते चलें कि उक्त राज्यमार्ग पर चोपन के पास सोन नदी पर बने पुल पर अंधेरा होने के कारण रात में पैदल अथवा साइकिल से पुल पार करने वाले राहगीरों को पुल पर अंधेरा होने के कारण हो रही कठिनाइयों को देखते हुए स्थानीय लोगों द्वारा राजमार्ग प्राधिकरण से यह बराबर मांग की जाती रही है कि उक्त पुल पर प्रकाश की व्यवस्था की जाय।

चोपन पल पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं व स्थानीय लोगों की उक्त मांग को देखते हुए राजमार्ग निर्माण कम्पनी ने कुछ दिनों पूर्व चोपन पुल पर लाईट तो लगवाया पर उक्त लाइट के कुछ दिनों तक जलने के बाद पुनःबन्द हो जाने से राहगीरों को परेशान होना पड़ रहा है।यहां आप सब को यह भी बताते चलें कि उक्त राजमार्ग बनाने वाली कम्पनी के अनुबंध में बस्ती व पुल आदि पर प्रकाश व्यवस्था करने का भी दायित्व है और उक्त व्यवस्था के मद में आने वाले खर्च को जोड़कर उक्त कम्पनी टोल की वसूली तो आम जन से करती है पर इतनी भारी भरकम वसूली के बाद भी कम्पनी द्वारा उक्त टोल वसूली के एवज में आम आदमी को दिए जाने वाली सुख सुविधा की बहाली न करना एक तरह का अपराध है जो शासन व्यवस्था की छत्रछाया में उक्त कम्पनी द्वारा लगातार किया जा रहा है।

यहां आपको यह भी बताते चलें कि उक्त पुल के तुरंत बाद ही पड़ने वाले तिराहे से जहाँ एक तरफ खनिजों को लेकर परिवहन करने वाले बड़े बड़े वाहनों की कतार लगी रहती है तो दूसरी तरफ चोपन शहर के लिए आने जाने वालों की कतार लगी रहने व अंधेरा होने के कारण यहाँ अक्सर जाम लगा रहता है तथा दुर्घटना होने की भी प्रबल संभावना बनी रहती है पर राजमार्ग बनाने वाली कम्पनी प्रशासन द्वारा केवल अपने टोल वसूली की तरफ ध्यान केंद्रित कर आम जन को मिलने वाली सुविधाओं की तरफ से आंख मूंद लिया जाता है।ऐसे में चोपन के रहवासियों व उक्त सड़क पर सफर करने वाले राहगीरों को होने वाली परेशानियों से आखिर छुटकारा कैसे मिलेगा यह यक्ष प्रश्न सभी को परेशान कर रहा है जबकि उक्त राजमार्ग का निर्माण कराने वाली कम्पनी उक्त मद में आने वाले सभी खर्चों को जोड़कर टोल की वसूली कर रहे हैं।
