क्या ओम प्रकाश राजभर की पार्टी से मिलकर चुनाव लड़ेगी बीजेपी ?
लखनऊ । यूपी निकाय चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी होने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बड़ा बयान दिया है. चौधरी ने कहा कि, आरोप लगाने वाले विरोधी हैं और उन्होंने पिछड़ों के आरक्षण को हड़पने का काम किया. समाजवादी पार्टी ने हमेशा पिछड़ों के अधिकार को केवल अपने परिवार तक सीमित रखा. हम संविधान को मानने वाले लोग हैं. संविधान में जो आरक्षण की व्यवस्था है उस संकल्प के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं. समाजवादी पार्टी के लोगों के कारण ही चुनाव टला. समाजवादी पार्टी चुनाव नहीं चाहती थी, सपा के लोग ही उनके स्लीपर सेल ही सारे घटनाक्रम में शामिल रहे हैं, लखनऊ के आसपास के लोग हैं. जब न्यायालय ने आदेश किया, हमारी सरकार ने स्पष्ट मंतव्य जारी किए.

भूपेंद्र चौधरी ने ओम प्रकाश राजभर के साथ आने के एक सवाल पर कहा कि, बीजेपी का शुरू से स्टैंड है और हमारे लिए कोई अछूत नहीं है. हमारे साथ जो काम करना चाहते हैं, जो हमारे नेता के नेतृत्व में काम करना चाहते हैं, जो हमारी विचारधारा से सहमत हैं, हम हमेशा उनका स्वागत करते हैं. मैं उन सब विषयों में नहीं जाना चाहता, लेकिन हमारी विचारधारा से जो सहमत है और जो हमारे नेता के नेतृत्व में काम करना चाहता है, हमें उसका स्वागत करने में कोई समस्या नहीं है. हम सबको साथ लेकर चलेंगे. केंद्रीय नेतृत्व को तय करना है कि किस दल से गठबंधन करना है. यह सारी चीजें केंद्रीय नेतृत्व को तय करनी होती हैं.
भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि, यह पिछड़े वर्गों और समाज के हर वर्ग के प्रति बीजेपी की प्रतिबद्धता का उदाहरण है. समाजवादी पार्टी पिछड़ों में सिर्फ अपना घर-परिवार, अपनी जाति और सैफई तक रखना चाहती है, लेकिन देश प्रदेश की जनता सब जानती है. हम लोकतंत्र में हैं और लोकतंत्र में सभी राजनीतिक दलों के लिए बेहतर करना एक चुनौती है और हम उस चुनौती को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. हमने पहले बातचीत करके संगठन की दृष्टि से जो काम करने हैं, चुनाव की दृष्टि से वह हमने पहले ही कर लिया. हमारे नीचे तक के लोग उस काम में बहुत तेजी से आगे बढ़ेंगे. आयोग जैसे ही तिथि निर्धारित करेगा हम अपने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए अपने प्रत्याशियों के साथ चुनाव मैदान में आएंगे. हम अपने रिपोर्ट कार्ड के साथ चुनाव मैदान में आएंगे.

एक्टिव था सपा का स्लीपर सेल-चौधरी
भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि, समाजवादी पार्टी के लोग कोर्ट गए, जनता सब जानती है. सबको जानकारी है कि समाजवादी पार्टी का स्लीपर सेल एक्टिव था, ताकि चुनाव ना हो और वह चुनाव में नहीं जाना चाहते थे. उन्हें पता था कि जनता का निर्णय क्या होने वाला है. वे केवल भ्रम की स्थिति पैदा करना चाहते थे. हमारे लिए अच्छा करना चुनौती है, अच्छा करने की चुनौती के साथ हम जनता के बीच जाएंगे. लोगों से हमारा संपर्क संवाद बना हुआ है.

प्राथमिकता है चुनाव-भूपेंद्र चौधरी
भूपेंद्र चौधरी ने कहा, हमारे संगठन की व्यवस्था है और आज संगठन का काम मेरे पास है. आप समाजवादी पार्टी को देखिए. 1992 में मुलायम सिंह ने इसको बनाया और उनकी पार्टी आज 1992 से 2023 के 32 साल में केवल मुलायम सिंह यादव से अखिलेश यादव तक ही पहुंची है. चाचा जी या औरों को कोई भागीदारी करने का अवसर नहीं मिला है. बहन जी ने तो पूरे कार्यकाल में किसी को चाबी नहीं दी. बीजेपी में तो केंद्रीय स्तर पर 10 राष्ट्रीय अध्यक्ष बदल गए होंगे, 7-8 प्रदेश अध्यक्ष बदल गए होंगे. मेरे जैसे कार्यकर्ता को काम करने का अवसर मिला है. यह हमारे संगठन की ताकत है, हम सब मिलकर जनता के बीच में जाते हैं. चुनाव हमारी प्राथमिकता में रहता है, लेकिन हमारे संगठन का काम चलता रहेगा, लेकिन प्राथमिकता चुनाव है