विश्व पटल पर बदलते हालात ने परमाणु युद्ध की आशंका को भी जन्म दे दिया है. एक रिपोर्ट के अनुसार अगर किसी भी देश के बीच परमाणु हमला होता है तो दुनिया भर में लगभग 5 अरब लोगों की मौत हो जाएगी. हालांकि कुछ ऐसे देश भी हैं जहां परमाणु हमले का कोई असर नहीं होगा. ऐसे में सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि आखिर परमाणु हमले के असर से ये देश खुद को कैसे बचाएंगे.?
नई दिल्ली । दुनियां के अनेक देशों के बीच बढ़ती दरारों के कारण विश्व में परमाणु हमले का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. अगर कहीं भी परमाणु हमला शुरू होता है तो अरबों की संख्या में लोग भूख और बीमारी की वजह से मारे जाएंगे. जानकारी के अनुसार परमाणु हमले के आधे घंटे के अंदर ही करीब करीब 10 करोड़ लोग खत्म हो जाएंगे.


अगर कुछ लोग इस हमले से बच भी गए तो वह अकाल से मर जाएंगे क्योंकि हमले के बाद न तो खाना बचेगा और न ही उन्हें पीने लायक पानी मिलेगा. न तो खेतों में फसल हो पाएगी और न ही गोदामों मे आनाज बचेगा. पेड़ पौधे भी पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे.

एक रिसर्च में हैरान करने वाली बात सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार अगर परमाणु युद्ध शुरू हो जाता है तो कुछ ऐसे देश हैं जहां परमाणु हमले का कोई असर नहीं होगा और न ही व्यापार खत्म होने का उनकी जनता पर कोई असर पड़ेगा. अमेरिका की रटबर्ग यूनिवर्सिटी की रिसर्च के अनुसार परमाणु हमले के बाद हर तरफ बड़े बड़े बर्फ के पहाड़ नजर आएंगे. रिसर्च में यह भी कहा गया कि परमाणु हमले के बाद एक बार फिर से आईस एज लौट आएगा और धरती 40 साल तक ठंडी रहेगी.


वैज्ञानिकों का दावा है कि परमाणु हमले से उतने लोग नहीं मारे जाएंगे जितने लोगों की मौत जमीन के बंजर होने के बाद भूख से होगी. परमाणु युद्ध होता है तो ज्यादातर देशों में 90 फीसदी खाद्य का उत्पादन गिर जाएगा. हालांकि कुछ ऐसे देश हैं जहां परमाणु हमले का कोई असर नहीं होगा. इन देशों की लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, पनामा, पराग्वे और हैती देश शामिल हैं.

इन सभी देशों के पास खाद्य की कोई कमी नहीं होगी क्योंकि ये सभी देश अपनी जनसंख्या की जरूरत से कहीं अधिक गेंहू और दूसरे अन्य का उत्पादन करते हैं. परमाणु हमले के बाद भी इन देशों के पास पर्याप्त मात्रा में खाद्य पदार्थ उपलब्ध रहेगा.

