सोनभद्र। निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल-सलखन के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान इस गोवंश आश्रय स्थल में 60 पशु पाये गये। गो-वंश आश्रय स्थल में पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं थी , जिससे पशु की कीचड़ व पानी में रहने को मजबूर थे ।
निर्माणाधीन भूसा गोदाम का निरीक्षण किया गया , भूसा गोदाम में लगायी जा रही स्टील की शीट गुणवत्ता बहुत खराब है। गोशाला के अंदर सीमेंटेड बेंच रखे गये है, जोकि औचित्यपूर्ण नहीं है। खण्ड विकास अधिकारी राबर्ट्सगंज को दूरभाष पर निर्देशित किया गया कि जल भराव की स्थिति को तत्काल ठीक करावें तथा खराब गुणवत्ता की शीट को तत्काल बदलवायें तथा उत्तरायी कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्ताविक करें तथा सीमेंटेड बेंच को गो आश्रय स्थल के मध्य रखे जाने का औचित्य बतायें।
पशुओं को खिलाने के लिए हरे चारे की सही व्यवस्था नहीं है, जबकि अधोहस्ताक्षरी द्वारा पूर्व में ही जनपद के समस्त गोशालाओं को चारागाहों से संबद्ध कर हरा चारा उगाने के निर्देश दिये गये है, किन्तु मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सोनभद्र द्वारा इसका सही ढंग से अनुश्रवण नहीं किया जा रहा है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सोनभद्र को निर्देशित किया जाता है कि जनपद में क्रियाशील सभी गो-आश्रय स्थलों के बारे में तथ्यात्मक आख्या प्रस्तुत करें कि किस गोशाला के लिए कौन सा चारागाह संबद्ध किया गया है और उसमें कितने क्षेत्रफल में कौन सा हरा चारा उगाया जा रहा है।