कोटेदार के भाई भगवानदास पटेल ने बताया की रात में मगरमच्छ को देखकर कुत्ते भौक रहे थे। कुत्तो की भौकने की आवाज सुनकर जब घर से बाहर निकला तो देखा कि मगरमच्छ टहल रहा था। फिर इसकी सूचना ग्रामप्रधान प्रतिनिधि राजकुमार को दी गई। प्रधान प्रतिनिधि ने मौके पर आकर देखा और तुरन्त इसकी सूचना एक सौ बारह नम्बर को दिए। मौके पर एक सौ बारह नम्बर पुलिस पहुँची।
पुलिस ने वन विभाग के अधिकारी को इस घटना से सूचित किया। सूचना के बाद वन विभाग की टीम आई और ग्रामीणों के सहयोग से रस्सी से बांधकर मगरमच्छ को पकड़कर ले गई। हालांकि इस घटना से अभी भी ग्रामीण डरे हुए है। ग्रामीणों एवं वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि मगरमच्छ की लंम्बाई लगभग छ: फुट की है।