उदयपुर में 4 माह के बेटे व चार बच्चों समेत परिवार के छह लोगों ने की आत्महत्या

पुलिस मान रही सामूहिक आत्महत्या आर्थिक तंगी के चलते परिवार ने उठाया कदम उदयपुर जिले में एक मकान में यह शव मिले हैं। तीन शव बिस्तर पर मिले जिनमें दंपती तथा उनका एक बच्चा शामिल है। जबकि तीन बच्चों के शव फंदे पर लटके मिले हैं।

उदयपुर । जिले के गोगुंदा क्षेत्र से सोमवार सुबह दिल दहलाने वाली घटना सामने आया है। जिसमें एक ही परिवार के छह लोगों के शव मकान में मिले हैं। जिसमें एक दंपती और उसके चार बच्चे शामिल हैं। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे सामूहिक आत्महत्या बताया है। मालूम हो कि चार माह का एक बच्चा दंपति के पास मृत था बांकी तीन बच्चे फंदे से लटके हुए थे।
माना जा रहा है कि परिवार के मुखिया ने सभी सदस्यों को मारने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। हालांकि हत्या के नजरिए से भी पुलिस जांच में जुटी है। मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिंक टीम को बुलाया और उसने साक्ष्य एकत्रित किए हैं।

डॉग स्कवॉड की टीम पहुंची , दस फीट के घेरे में घूमता रहा डॉग
मामले की जांच के लिए उदयपुर से डॉग स्कवॉड की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। डॉग को घुमाया गया लेकिन वह दस फीट के घेरे में ही घूमता रहा। इससे इस बात की आशंका गहरी हुई है कि उनकी हत्या में किसी बाहरी का हाथ नहीं। इधर, मृतक प्रकाश के छोटे भाई दुर्गाराम ने बताया कि वह पास ही मकान में रहता है लेकिन उसका अपने बड़े भाई और उसके परिवार से कम बोलचाल थी।

अक्सर बच्चे और भाभी हर दिन दिखते थे लेकिन सोमवार को नहीं दिखे तो उसने घर जाकर देखा तो हैरान रह गया। भाई, भाभी और चार महीने का भतीजा बिस्तर पर पड़े थे, तीन भतीजे रस्सी से फंदे पर लटके थे। उसने यह बताया कि प्रकाश सूरत में काम करता था लेकिन पिछले दो महीने से उसे दो बार टाइफाइड हो चुका था और बीमारी की वजह से वह काम पर नहीं लौट पाया।
मौके पर पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के अलावा अन्य पुलिसकर्मी भी पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान हो चुकी है। इनमें परिवार का मुखिया 40 वर्षीय प्रकाश पुत्र सोहन लाल, उसकी 35 वर्षीया पत्नी दुर्गा, पांच वर्षीय बेटा गणेश, चार साल का पुष्कर, दो साल का बेटा रोशन तथा चार महीने का मासूम भी शामिल है।

प्रारंभिक जांच में बताया, आर्थिक तंगहाली की वजह से कर ली आत्महत्या
प्रारंभिक जांच में मामला सामूहिक आत्महत्या का लग रहा है। हालांकि बच्चों को मौत के बाद लटकाया या जिंदा ही फंदे पर लटकाया इसको लेकर जांच जारी है। उन्होंने बताया कि प्रकाश तीन महीने पहले तक गुजरात के सूरत से लौटा था। वहां वह साफ-सफाई का काम करता था। बीमार होने के बाद वह गांव लौट आया और ग्रामीणों के मुताबिक वह अपनी बीमारी से बहुत परेशान था।

गांव में घटना से मचा हड़कंप, फोरेसिंक लैब की टीम भी पहुंची
माना जा रहा है कि आर्थिक तंगहाली से परेशान होकर परिवार ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। गोगुंदा थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। उदयपुर से फोरेसिंक लैब की टीम भी पहुंची है, जिसने साक्ष्य उठाए हैं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों का होगा खुलासा
पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा का कहना है कि शवों को गोगुंदा के सामुदायिक स्वास्थ्य भवन के मुर्दाघर पहुंचाया गया है। जहां उनके पोस्टमार्टम कराए जाने की प्रक्रिया जारी है। रिपेार्ट से पता चलेगा कि उनकी मौत किन कारणों से हुई। हालांकि उसके घर के पास ही उसके अन्य परिजनों के भी मकान हैं। जिनसे पुलिस प्रकाश के परिवार की आर्थिक स्थिति के बारे में पूछताछ कर रही है।