सोनभद्र । 26 नवंबर 2022 को स्वर्ण जयंती चौक राबर्ट्सगंज में अलग पूर्वांचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा द्वारा आजादी के 75 वर्ष व्यतीत होने व संविधान लागू होने के तिथि के अवसर पर संविधान दिवस मनाया गया । सर्वप्रथम संविधान निर्माण कर्ताओं को याद कर नमन किया गया फिर संविधान के प्रस्तावना का पाठ किया गया । मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव एड पवन कुमार सिंह ने कहा कि संविधान दो शब्दों से मिलकर बना है एक है ‘सम’ जिसका अर्थ होता है समान और दूसरा है ‘विधान, जिसका मतलब होता है कानून यानी संविधान का मतलब होता है सबके लिए एक समान कानून ।
भारत सरकार ने नागरिकों के बीच संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए 26 नवंबर को प्रतिवर्ष ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है । राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेश कुमार पाठक ने कहा कि संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। आज ही के दिन आजाद भारत को एक संविधान मिला था जिसके आधार पर भारत गणराज्य को प्रशासित किया जाता है। 26 नवंबर 1949 को, संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ ।संविधान सभा का गठन जुलाई 1946 में किया गया था, इसमें 389 सदस्य शामिल थे, जिसमें महिलाओं की संख्या 12 थी ।
आपको बताते चलें कि सरकार द्वारा संविधान दिवस के मौके पर देशभर में अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लोगों को संविधान के महत्व व इतिहास के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल संविधान दिवस मनाया जाता है ।
राष्ट्रीय सचिव संदीप जायसवाल ने कहा कि भारत के संविधान को दुनिया का सबसे लंबा संविधान माना जाता है । भारतीय संविधान में एक प्रस्तावना, 448 आर्टिकल के साथ 22 पार्ट्स, 12 अनुसूचियां, 5 एपेंडिक्स और 115 संशोधन शामिल हैं. यह सबसे लंबा संविधान इसलिए भी है, क्योंकि इसमें कुल 1.46 लाख शब्द हैं। आइए साथ मिलकर संवैधानिक मूल्यों की रक्षा हेतु संकल्प लें । इस अवसर पर काकू सिंह , मनोज जायसवाल एड, विरेंद्र कुमार सिंह, एड संजय जायसवाल, नवीन पांडेय एड,अशोक कुमार कनौजिया एड, पवन कुमार द्विवेदी एड, दीपनारायण पटेल आदि लोग अपनी बात को रखे ।