सोनभद्र।कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, तबीयत से एक पत्थर तो उछालो यारों किसी शायर का यह शेर सदर विकास खण्ड के महूरेसर ग्राम पंचायत पर सटीक बैठती है जहां के प्रधान की एक पहल जिसमे वह अपने ग्राम पंचायत में फॉगिंग करा रहे हैं ,ने गांव को बीमारी से निजात दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।
यहां आपको बताते चलें कि पिछले कुछ दिनों से एक रहस्यमयी बुखार जिसके लक्षण डेंगू से मिलते जुलते हैं ने उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल में कहर मचाया हुआ था और जिसकी वजह से स्वास्थ्य विभाग की सांसें फूलने लगी थी तब यह बात जोर शोर से उठने लगी कि बस्ती इलाकों में मच्छर रोधी दवा का छिड़काव किया जाय और फॉगिंग की जाय।इसके बाद नगर पालिका व नगर पंचायतों ने बजट न होने का रोना रोते हुए फॉगिंग कराने में असमर्थता व्यक्त करने लगे।जहां नगर पंचायत व नगरपालिका ने बजट कम होने का रोना रोकर शहरी इलाकों में फॉगिंग कराने से हाथ खड़ा कर दिया हो ऐसे में ग्राम पंचायत द्वारा अपने सीमित संसाधनों से भी ग्राम पंचायत में फॉगिंग कराने की तस्वीर निश्चित ही सुकून देने के साथ ही यह कहने पर मजबूर कर देती है कि जहां चाह है वहीं राह भी है।
ग्राम प्रधान ने बातचीत के दौरान बताया कि बजट की कमी तो है पर जब हम समग्र में देखते हैं तो उक्त फॉगिंग से गांव की गरीब जनता को कई तरह की बीमारियों से निजात मिलेगी और इससे जनता का समय और बीमारी पर होने वाला व्यय से निजात भी मिलेगी।काश ऐसा ही हर जिम्मेदार जनप्रतिनिधि की शोच हो जाती तो ढेर सारी जनसमस्याओं का यूं पलक झपकते निदान हो जाता।