(समर सैम)
सोनभद्र। बचपन बचाओ आंदोलन समिति ने बाल विवाह को लेकर शाम को राबर्टसगंज स्थित बढ़ौली चौराहा पर कैंडिल मार्च निकाला। बताते चलें कि जनपद सोनभद्र में बाल विवाह व यहां के आदिवासी अंचलो में दूसरे प्रदेशों से आकर यहां की कम उम्र बालिकाओं के साथ शादी का स्वांग रचाकर यहां की लड़कियों को दूसरे प्रदेशों में ले जाने की परंपरा अब एक तरह सेल्ल महामारी का रूप अख्तियार कर लिया है।
इसी को लेकर बचपन बचाओ आंदोलन सोनभद्र इकाई ने शाम को रॉबर्टसगंज में फ्लैग मार्च करते हुए कैंडिल मार्च निकाला। बढ़ौली चौराहे पर पहुंचकर संस्था के सदस्यों ने बाल विवाह पर अंकुश लगाने के लिए जमकर नारे बाजी की। साथ ही संस्था के जिला संयोजक ने गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि सोनभद्रा जनपद से नाबालिग किशोरियों की खरीद फ़रोख़्त करके राजस्थान में बेचा जा रहा है। जहां शादी के नाम पर उनका जमकर शोषण किया जा रहा है। इसपर अंकुश लगाने की जिला संयोजक ने शासन प्रशासन से मांग की है।
फ़िलहाल बाल विवाह पर लगाम लगाने के लिए बचपन बचाओ आंदोलन समिति सम्पूर्ण भारतवर्ष में आज के दिन एक साथ हाथों में कैंडिल लेकर प्रदर्शन करते हुए ज़िम्मेदार हुक्मरानों का ध्यान अपनी ओर खिंचने का भगीरथ यत्न कर रहे हैं। सोनभद्र जनपद में नाबालिग किशोरियों की तस्करी व्यापक पैमाने पर हो रही है। इस प्रकरण में समय समय पर कुछ गिरफ्तारी भी हुई है।
यहां आपको बताते चलें कि दलालों के मार्फ़त शादी के नाम पर मासूम बच्चियों की खरीद फ़रोख़्त विकराल रूप धारण कर चुका है। यहां से दलाल के माध्यम से शादी का खेल कर राजस्थान ले जाकर बेचा जा रहा है। राजस्थान से लेकर सोनभद्र तक शादी के नाम पर नाबालिग किशोरियों की तस्करी करने का नेटवर्क फलफूल रहा है।