शांति हवन का किया गया आयोजन
सोनभद्र, मीरजापुर, वाराणसी जिले के विभिन्न अंचलों से आये आर्य प्रतिनिधि हुए शामिल
अजय भाटिया
चोपन, सोनभद्र। आत्मा अजर अमर है। वह कभी नहीं मरती। वह तो केवल शरीर बदलती है। नश्वर शरीर जन्म लेता है और मरता है। समाज में आदमी द्वारा किए गए पूर्ण कार्य है याद किए जाते हैं।
उपरोक्त उद्गार मुजफ्फरपुर बिहार से आए आर्य विद्वान प्रोफ़ेसर व्यास नंदन शास्त्री जी ने आर्य समाज चोपन के प्रधान एवं जिला सभा में कोषाध्यक्ष रहे शंभू प्रसाद आर्य के निधन पर आयोजित शोक सभा में व्यक्त किए। दानापुर बिहार से आए भजनोपदेशक सत्य प्रकाश आर्य ने एक गीत के माध्यम से शोकाकुल लोगों को संबल दिया।
शोक सभा का संचालन करते हुए जिला आर्य प्रतिनिधि सभा सोनभद्र के प्रधान कपिल देव सिंह आर्य ने शंम्भू प्रसाद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर सोनभद्र, मीरजापुर, वाराणसी जनपद के विभिन्न अंचलों से आए आर्य समाज के प्रतिनिधियों राजकुमार वर्मा ,प्रमोद आर्य, सत्य नारायण, नागेंद्र सिंह अनिल जी, प्रकाश दास, अजय कुमार सिंह, अजय भाटिया , श्रीमती सोमा चक्रवर्ती श्रीमती गीता झा श्रीमती रंजना शर्मा आदि ने अपनी शोकांजलि अर्पित की।
शोक सभा के पूर्व आर्य समाज में शांति हवन का आयोजन किया गया। जिसमें शामिल होकर परिजनों एवं समाज के लोगों ने गत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की।