म्योरपुर। थाना क्षेत्र पिपरी के पाटी गांव के बेनादह टोला में अज्ञात बीमारी से एक ही परिवार के पांच बच्चे बीमार हो गये जिनमे से एक बच्चे की मंगलवार की देर रात में मौत होने की सूचना है । इधर स्वास्थ्य विभाग अपनी खनापूर्ती में जुट गया है। परिजनों ने बीमार बच्चों को सीएचसी म्योरपुर में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद इलाज के लिए जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया । प्राप्त जानकारी के अनुसार पिपरी थाना क्षेत्र के बेनादह टोले के निवासी अरविंद भारती पुत्र भगवान दास के पांच बच्चे जितेन्द्र ( 8 वर्ष ) , आरती ( 2 वर्ष ) , धीरेंद्र ( 5 वर्ष ) , रेशमा ( 4 वर्ष ) व मुन्ना ( 5 वर्ष ) तीन दिन से बुखार से पीड़ित थे।

अचानक मंगलवार की देर रात मुन्ना ( 5 वर्ष ) की मौत हो गई । बच्चे की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया।मृत बच्चे के शव को घर पर ही छोड़कर बुधवार की सुबह परिजन बीमार बच्चों को निजी वाहन से म्योरपुर सीएचसी में लेकर आने लगे । परिजन जैसे ही गोविंदपुर आश्रम के पास पहुंचे थे कि दो बच्चे बेहोश होने लगे । परिजनों की चीख – पुकार सुन स्थानीय लोगो ने म्योरपुर पुलिस को इसकी सूचना दी । सूचना पर पहुंची म्योरपुर पुलिस ने चारों बीमार बच्चों को सीएचसी म्योरपुर में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया ।
सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर शिशिर श्रीवास्तव ने बताया कि दो बच्चे धरेंजर व रेशमा की हालत ज्यादा गंभीर है बच्चों को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया जा रहा है ।यहां आपको बताते चलें कि जिले का म्योरपुर ब्लाक जँगली व पहाड़ी अति पिछड़ा इलाका है।यहाँ बरसात के बाद अनेकों तरह के संचारी रोगों के फैलने का डर बना रहता है ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही गरीब आदिवासियों के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है।क्षेत्रय लोगों का कहना है कि मलेरियारोधी दवाओं का छिड़काव न होने के कारण ही इस इलाके में वर्तमान में मलेरिया बुखार अपने पांव पसार रहा है जिसकी वजह से गरीब आदिवासी समुदाय के बच्चे असमय काल के गाल में समा रहे हैं।
