उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी सियासी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में जुटी हैं. प्रदेश में आगामी 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में मतदान होना है तो वहीं, वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. ऐसे में 10 मार्च को ही तय होगा कि सूबे में अगली सरकार किसकी बनेगी. खैर, चुनाव से पहले हम आपको कुछ दिलचस्प आंकड़ों से अवगत कराएंगे. ये आंकड़े हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और उससे लगे छः जिलों से संबंधित .
राजेंद्र द्विवेदी और ब्रजेश पाठक की खास रिपोर्ट
सोनभद्र । यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी सियासी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में जुटी हैं. प्रदेश में आगामी 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में मतदान होना है तो वहीं, वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. ऐसे में 10 मार्च को ही तय होगा कि सूबे में अगली सरकार किसकी बनेगी. खैर, चुनाव से पहले हम आपको कुछ दिलचस्प आंकड़ों से अवगत कराएंगे. ये आंकड़े हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और उससे लगे पांच जिलों से संबंधित है. वाराणसी और उससे लगे 6 जिले सोनभद्र ,जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, मिर्जापुर और भदोही ऐसे जिले हैं. जिनके विधानसभा क्षेत्र यूपी चुनाव में खासा असर डालते हैं.
इन जिलों में विधानसभा की कुल 40 सीटें हैं. पूर्वांचल का ये क्षेत्र पिछले 2014 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गढ़ बना हुआ है. खुद पीएम वाराणसी से दो बार के सांसद हैं. वहीं, कहा जाता है कि अगर किसी पार्टी को यहां 40 में से 20-22 सीटें मिल गई तो मान लीजिए कि उसकी सूबे में सरकार बननी तय है. साल 2007 में जब मयावती के नेतृत्व में बसपा की सरकार बनी तो उसने भी यहां 40 में से 20 सीटें पर कब्जा किया था.
जब यहां मुलायम-अखिलेश ने मारी बाजी
साल 2007 के बाद जब 2012 के विधानसभा चुनाव हुए तो मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में सपा को यहां 21 सीटों पर सफलता मिली थी. सपा ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी और मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया था.
2017 में भाजपा ने मारी बाजी
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा बिना किसी सीएम चेहरे के चुनाव लड़ी थी. इसके बावजूद पार्टी इन पांच जिलों की 40 में से 21 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. पूर्ण बहुमत पाने वाली भाजपा ने बाद में योगी आदित्यनाथ को सूबे का मुख्यमंत्री बनाया. इसलिए अगर यूपी के पिछले तीन विधानसभा चुनावों को देखें तो आंकड़ें काफी कुछ स्पष्ट करते हैं. ऐसे में 2022 के विधानसभा चुनाव में भी इन सीटों पर सभी पार्टियों की खास नजर है.
ये हैं वो 40 सीटें
सोनभद्र की चार सीटें
रॉबर्ट्सगंज ,घोरावल ,ओबरा , दुद्धि
जौनपुर की विधानसभा सीटें
- बदलापुर , शाहगंज , जौनपुर , मल्हानी , मुंगरा बादशाहपुर , मछलीशहर (एससी) ,मडियाहू , जाफराबाद , केराकाट (एससी)
गाजीपुर की विधानसभा सीटें
- जखानियां ,सैदपुर ,गाजीपुर सदर , जंगीपुर ,जहूराबाद , मोहम्मदाबाद , जमानिया
चंदौली की विधानसभा सीटें
- मुगलसराय , सकलडीहा , सैयदराजा , चकिया
वाराणसी की विधानसभा सीटें
- पिंड्रा , अजगरा , शिवपुर , रोहनिया , वाराणसी उत्तर , वाराणसी दक्षिण , वाराणसी कैंट , सेवापुरी
भदोही की विधानसभा सीटें
- भदोही , ज्ञानपुर , औराई
मिर्जापुर की विधानसभा सीटें
- छनबे , मिर्जापुर , मझवां , चुनार , मडिहान
प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होना है. राज्य में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 1,74,351 होगी और करीब 15 करोड़ से अधिक मतदाता इस चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.