देशपंजाब

नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई आज, पंजाब की राजनीति में आएगा नया मोड़ , बाजवा ने जेल में की मुलाकात !

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की आज जेल से रिहाई हो सकती है. 19 मई 2022 से वो रोड रेज के मामले में पटियाला जेल में सजा काट रहे है. समर्थकों की तरफ से भव्य स्वागत की तैयारिया की गई है.

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू आज पटियाला जेल से रिहा होने वाले हैं. शुक्रवार को उनके ट्विटर हैंडल से ये जानकारी साझा की गई थी. हालांकि अभी तक पंजाब सरकार की तरफ से कोई जानकारी साझा नहीं की गई है. लेकिन सिद्धू के ट्वीट के बाद से ही उनके समर्थक जोर शोर के साथ उनके स्वागत की तैयारियों में जुटे हुए हैं.

48 दिन पहले जेल से रिहाई

सिद्धू को 1990 के एक रोड रेज के मामले में एक साल की सजा सुनाई गई थी, वो 20 मई 2022 से पटियाला जेल में बंद हैं. अभी कुछ दिन पहले उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू की तरफ से भी बयान आया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि उनके पति नवजोत सिंह की 1 अप्रैल को रिहाई होने वाली है. उन्होंने बताया था कि जेल के नियमों के अनुसार, कैदियों को हर महीने 4 छुट्टी दी जाती हैं. लेकिन सजा के दौरान सिद्धू ने एक भी छुट्टी नहीं ली. इस वजह से उन्हें 18 मई के बजाय 48 दिन पहले 1 अप्रैल को  रिहा किया जाएगा. 

पंजाब की राजनीति में नया मोड़

सूत्रों से खबर ये भी है कि रिहाई से एक दिन पहले कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा समेत कई बड़े नेताओं ने जेल में जाकर सिद्धू से मुलाकात की है. सिद्धू को समर्थन देने वाले ज्यादातर नेताओं का प्रदेश अध्यक्ष वडिंग से 36 का आंकड़ा है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि सिद्धू की रिहाई के साथ पंजाब की राजनीति में नया मोड़ आएगा.

समर्थकों ने की भव्य स्वागत की तैयारी

सिद्धू के समर्थकों की तरफ से उनके भव्य स्वागत की तैयारिया की गई है. शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शमशेर सिंह दूलो, लाल सिंह, मोहिंदर केपी और नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा सिद्धू से मिलने पटियाला जेल पहुंचे थे, इस दौरान बाजवा की तरफ से कहा गया है कि सब कुछ अच्छा ही होगा. लेकिन सिद्धू के आने के बाद पंजाब की राजनीति किस ओर करवट लेगी ये देखने वाली बात होगी, क्योकि सिद्धू का टकराव अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से रहा है पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह फिर चरणजीत सिंह चन्नी. वहीं अब वो नेता सिद्धू को समर्थन कर रहे है जो प्रदेश अध्यक्ष  अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के साथ नहीं चलते. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पंजाब की राजनीति अब किस ओर करवट लेगी.  

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!