जिला संयुक्त चिकित्सालय लोढ़ी का जिलाधिकारी ने किया आकस्मिक निरीक्षण ।
इमरजेंन्सी कक्ष में सिर्फ एक डाॅक्टर रहें मौजूद , कई डाॅक्टर मिले गैर हाजिर, अनुपस्थित डाॅक्टरों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश ।
मरीजों को समय से निर्धारित मीनू के अनुसार भोजन उपलब्ध न कराने वाले ठेकेदार का ठेका निरस्तीकरण की, की जाये कार्यवाही ।
सोनभद्र। जिलाधिकारी ने आज जब जिला संयुक्त चिकित्सालय लोढ़ी का आकस्मिक निरीक्षण किया तो जिला अस्पताल प्रबन्धन द्वारा दिखाया जाने वाले हमेशा आल इज वेल की पोल खुल गई कूड़े के अंबार से पटा परिसर , किचेन में सिर्फ मिला आटा और नमक , इमरजेंन्सी कक्ष में सिर्फ एक डाॅक्टर रहें मौजूद, कई डाॅक्टर मिले गैर हाजिर, अनुपस्थित डाॅक्टरों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश मरीजों को समय से निर्धारित मीनू के अनुसार भोजन उपलब्ध न कराने वाले ठेकेदार के ठेका निरस्तीकरण की हुई ।

उल्लेखनीय हैं कि जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने आज जिला संयुक्त चिकित्सालय लोढ़ी सोनभद्र का औचक निरीक्षण किया, इस दौरान इमरजेंसी कक्ष में सिर्फ एक डाॅक्टर मौजूद मिले, ज्यादातर डाॅक्टर अनुपस्थित मिले, गैर हाजिर डाॅक्टरों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये गये, जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान एक मरीज जमीन पर मिला, जिसे तत्काल बेड पर ले जाकर बेहतर तरीके से ईलाज करने के निर्देश दिये गये।

इस दौरान अस्पताल परिसर में कई स्थानों पर गंदगी का ज्यादा होेना पाया गया, जिस पर कारण स्पष्ट करने पर पता चला कि सफाई करने वाले सफाईकर्मी आज नहीं आये है, जिससे सफाई आदि का कार्य नहीं हो सका है, जिस पर जिलाधिकारी ने सफाई करने वाले कर्मी व सेवा प्रदाता को हटाने के निर्देश दियें।
इसी प्रकार से जब जिलाधिकारी ने भर्ती मरीजों से वार्ता कर उनके दवा-ईलाज के साथ ही मीनू के अनुसार दी दिये जाने वाले भोजन के बारे में जानकारी की, तो मामला प्रकाश में आया कि समय से भोजन नहीं मिलता है और भोजन में दाल, रोटी, लौकी की सब्जी प्रतिदिन दिया जाता है ।

जिस पर जिलाधिकारी ने किचन का जायजा लिया, तो किचन कक्ष में स्टाक के रूप में आटा, दाल, नमक ही मिला, तब यह तथ्य सामने आया कि भोजन में सिर्फ दाल, रोटी और लौकी की सब्जी खाने के लिए मरीजों को उलपब्ध कराया जाता है, जो निर्धारित मीनू के अनुसार मरीजों को भोजन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है ।

जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए भोजन बनाने वाले ठेकेदार के ठेके को निरस्तीकरण की कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दियें और निर्देशित किया कि जल्द से जल्द भोजन बनाने वाले दूसरे ठेकेदार को ठेका देकर अच्छा व गुणवत्तायुक्त भोजन मरीजों को उपलब्ध कराया जाये, जिससे मरीजों को भोजन सम्बन्धी किसी प्रकार की समस्या न होने पायें।

इस अवसर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 आर0एस0 ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ0 के0 कुमार, डाॅ0 शंकर, चिकित्सालय के अधिकारी व कार्मिकगण के साथ ही स्टाफ नर्स उपस्थित रहीं।