प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के ट्रेनी आईपीएस से वर्चुअल संवाद किया. इस दाैरान पीएम मोदी ने ट्रेनी आईपीएस को सफलता का मंत्र देते हुए कानून-व्यवस्था में बेहतरी के लिए उनके सुझाव भी मांगे हैं.
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी’ हैदराबाद में उपस्थित आईपीएस प्रोबेशनर्स के साथ बातचीत की. इस दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि वित्तीय धोखाधड़ी एक बड़ी चुनौती बन गई है. इसने अपराध को थानों, ज़िलों और राज्यों की सीमा से बाहर निकालकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय चुनौती बना दिया है. इससे निपटने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है.
एक ट्रेनी आईपीएस से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल के इस युग में फाइनांशियल फ्रॉड सबसे बड़ी चुनौती है. इससे निपटने के लिए सरकार कदम उठा रही है. इसके लिए पुलिस को आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है, उन्हाेंने कहा कि यदि इस संबंध में उनके कोई सुझाव हाें ताे उसे गृह मंत्रालय से साझा करें.
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा आईपीएस पर बड़ी जिम्मेदारी है. उन्हाेंने नए आईपीएस से उनके कार्य क्षेत्र के संबंध में जानकारी लेते हुए उनके अनुभव को सुना साथ ही उन्हें सफलता का मंत्र भी दिया.
पीएम मोदी ने आगे कहा, इस साल की 15 अगस्त की तारीख, अपने साथ आजादी की 75वीं वर्षगांठ लेकर आ रही है. बीते 75 सालों में भारत ने एक बेहतर पुलिस सेवा के निर्माण का प्रयास किया है. पुलिस ट्रेनिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में भी हाल के वर्षों में बहुत सुधार हुआ है.
उन्होंने कहा, मेरा हर साल ये प्रयास रहता है कि आप जैसे युवा साथियों से बातचीत करूं. आपके विचारों को लगातार जानता रहूं. आपके विचार, सवाल, उत्सुकता, मेरे लिए भी भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सहायक होंगे. उन्होंने कहा कि मैं आज उन युवाओं से बात कर रहा हूं जिन पर अगले 25 साल तक देश में कानून व्यवस्था बनाये रखने की चुनाैती है. यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. उन्हाेंने इस दाैरान महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह काे याद किया. उन्हाेंने कहा कि नमक सत्याग्रह ने अंग्रेजों की नींव हिलाई थी. जिस इच्छाशक्ती से उस समय पूरा देश एकजुट हुआ था आज देश वही मनाेभाव की उम्मीद करता है.
उन्हाेंने कहा कि 1930 में नमक सत्याग्रह हुआ था और 1930 से 1947 के बीच देशवासियाें में जाे मनोभाव था जिसके बल पर हमें यह स्वराज हासिल हुआ है आज उसी की जरूरत है.
उन्हाेंने ट्रेनी आईपीएस के जरिए देश के युवाओं से आह्वान किया कि आज देश के लिए जीने का भाव लेकर आगे बढ़ना है. अफसरों को दिलोजान से जुटना हाेगा. यह उनका बहुत बड़ा सौभाग्य है. आज देश हर क्षेत्र में परिवर्तन के दाैर से गुजर रहा है. उन्हाेंने कहा कि हमें देश के लिए जीने का भाव लेकर चलना है.
पीएम मोदी ने कहा, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारे पुलिसकर्मियों ने, देशवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है. इस प्रयास में कई पुलिस कर्मियों को अपने प्राणों ही आहुति तक देनी पड़ी है. मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं और देश की तरफ से उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं.
उन्हाेंने महिला अफसराें से कहा कि वे बालिका विद्यालयाें का भी दाैरा करें. बीते वर्षों में पुलिस फोर्स में बेटियों की भागीदारी को बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया गया है. हमारी बेटियां पुलिस सेवा में निष्ठा और जबाबदेही के साथ विनम्रता, सहजता और संवेदनशीलता के मूल्यों को सशक्त करती हैं. पीएम माेदी ने कहा कि सरकार आपके सुझाव का स्वागत करती है. आपके सवाल, सुझाव भविष्य की चुनाैतियाें से लड़ने में मदद करते हैं. इस दाैरान गृह मंत्री अमित शाह भी माैजूद रहे.