भारतीय महिला टीम ने लॉन बॉल के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर इतिहास रच दिया है. उसने अफ्रीकी टीम को 17-10 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है. यह राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में लॉन बॉल में भारत का पहला पदक है. देश को बर्मिंघम में चौथा स्वर्ण पदक मिला है.
बर्मिंघम : 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की महिला लॉन बॉल टीम ने इतिहास रचते हुए ऐतिहासिक स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है. फाइनल मुकाबले में भारतीय चौकड़ी ने साउथ अफ्रीका को 17-10 से हराकर गोल्ड मेडल भारत की झोली में डाला. इन राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का यह कुल 10वां मेडल है.
इस बार शुरू के चार दिन भारत के वेटलिफ्टरों का बोलबाला रहा था. भारतीय खिलाड़ियों ने नौ में सात मेडल अपने नाम किए थे, जिसमें तीन गोल्ड भी शामिल थे. यह भारत का इन खेलों में चौथा गोल्ड है. लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की की चार खिलाड़ियों वाली टीम ने इस खेल के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 16-13 से हराकर इतिहास रच दिया था.
पहली बार भारतीय महिला टीम इस खेल के फाइनल में गई थी और पहली बार भारत को इस खेल में मेडल भी मिला है, जबकि यह खेल साल 1930 से ही कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा रहा है. लेकिन भारत को 22 सालों में इस खेल में कभी कोई पदक नहीं मिला था. इंग्लैंड इसमें अब तक कुल 51 मेडल (20 गोल्ड, 9 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज) जीत चुका है.