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राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए की टीम बुधवार को चंदौली जनपद पहुंची और सदर कोतवाली क्षेत्र के नसीरपुर गांव में छापेमारी की, लेकिन इस दौरान वांछित अभियुक्त बरामद नहीं हुआ. मामला सीआरपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) के शस्त्रागार से हथियारों व गोला-बारूद की चोरी और इनकी आपूर्ति झारखंड में भाकपा (माओवादी) और अन्य आतंकवादी गिरोहों के वरिष्ठ नेताओं को करने से संबंधित है.
चंदौली /वाराणसी । राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम बुधवार को चंदौली जनपद पहुंची. जहां सदर कोतवाली क्षेत्र के नसीरपुर गांव में छापेमारी की गई, लेकिन वांछित अभियुक्त बरामद नहीं हुआ. जिसके बाद परिजनों से पूछताछ कर वापस लौट गई. वहीं इस कार्रवाई के बाबत स्थानीय पुलिस भी चुप्पी साधे हुए है.
दरअसल, मामला सीआरपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) के शस्त्रागार से हथियारों व गोला-बारूद की चोरी और इनकी आपूर्ति झारखंड में भाकपा (माओवादी) और अन्य आतंकवादी गिरोहों के वरिष्ठ नेताओं को करने से संबंधित है. जिसकी जांच के क्रम में संलिप्तता पाए जाने पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम ने छापेमारी की.
इस मामले में पिछले दिनों झारखंड में गिरफ्तारी हुई थी. जिनसे पूछताछ और जांच के क्रम में नाम सामने आने पर एनआईए की 4 सदस्यीय टीम चंदौली पहुंची थी. जिसका नेतृत्व एनआईए अधिकारी ए.के.सिंह कर रहे थे.
साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की मदद के लिए स्थानीय पुलिस टीम भी भेजी गई थी, लेकिन छापेमारी में टीम को वांछित के बाबत सफलता नहीं मिली. हालांकि एनआईए की टीम ने वांछित के घर से तलाशी के बाद कई अहम दस्तावेज जब्त कर अपने साथ ले गई.
गौरतलब है कि बुधवार को एनआईए की छापेमारी उत्तर प्रदेश के चंदौली के अलावा झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल में भी कई स्थानों पर की गई. जहां से भारी मात्रा में गोला बारूद के बक्से, आपत्तिजनक दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल फोन समेत अन्य चीजे बरामद हुई. फिलहाल इस मामले में आगे की जांच की जा रही है.