सोनभद्र । 1 सितम्बर को सुकृत चौकी इंचार्ज द्वारा अपनादल ( एस ) के एक कार्यकर्ता के साथ किये गए दुर्व्यवहार का वीडियो वायरल होने के लगभग तीन सप्ताह गुजर गए हैं पर अभी तक उनके उसी चौकी पर डटे रहने के कारण आम जन के बीच तरह तरह की चर्चो को बल मिल रहा है।
यदि यही हाल रहा तो लोगों के बीच चुनाव के समय सत्ताधारी दल को मुसीबतों से भी दो चार होना पड़ सकता है।अब लगभग तीन सप्ताह बाद पुलिस इस जांच को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हुई है और दोनों पक्षों को नोटिस देकर दो दिनों के भीतर कार्यालय में अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है ।
आपको बतादें कि बाइक चोरी की सूचना लेकर अपना दल ( एस ) के कार्यकर्ता के 0 के 0 सिंह सुकृत चौकी पहुंचे थे जहाँ चौकी प्रभारी उन्हें न सिर्फ डांट कर भगा दिया बल्कि के 0 के 0 सिंह के मुताबिक उन्हें व उनके साथी को काफी देर चौकी में बिठाए रखा जैसे कि वही अपनी बाइक के चोर हों। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया था । जिसके बाद पुलिस ने मामले को शांत कराने के लिए तीन दिन में जांच कर दोषी के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही थी लेकिन कई दिन बीत जाने किस बाद भी जब कार्यवाही नहीं हुई तो विंध्यलीडर ने पीड़ित के बयान के साथ मामले को प्रमुखता से उठाया था । अब पुलिस इस मामले में जागी है और जांच को आगे बढ़ाते हुए दोनों पक्षों को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया है ।
अब देखना होगा कि वायरल वीडियो के आधार पर हो रही यह जांच किस दिशा में जाती है और पुलिस विभाग के सिंघम को बचाने के लिए विभाग क्या जुगत लगाता है। अभी तक के पुलिसिया कार्यवाही से एक बात तो तय है कि स्टाइल सिंघम की पहुंच ऊपर तक है और उसी रसूख के बल पर वह आम जनता के साथ इस तरह का बर्ताव करते हैं।जहाँ एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस को जन हितैसी साबित करने में लगे हैं वहीं सिंघम बनने के चक्कर में पुलिस विभाग में ऊंची रसूख के बल पर थाना चौकी प्राप्त करने वाले इन जैसे पुलिसकर्मियों की वजह से सरकार व उनके नुमाइंदों को बैकफुट पर खड़ा होना पड़ रहा है।