Friday, April 26, 2024
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सामुदायिक स्वास्थ केंद्र चोपन में मोबाईल टार्च के सहारे डिलीवरी कराने को मजबूर स्वास्थ्यकर्मी ,जिम्मेदारों ने मूंद ली आंख

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—समाजसेवी सावित्री देवी ने जिलाधिकारी व सीएमओ को पत्र लिख जिम्मेंदारों पर कार्यवाही करने का किया अनुरोध

सोनभद्र। एक तरफ जहां प्रदेश सरकार स्वास्थ सुविधाओ को बेहतर बना कर उसे प्रदेश के हर आदमी तक पहुंच बनाने में लगी है और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक लगातार अस्पतालों का निरीक्षण कर लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्यवाही भी कर रहे है ऐसे में सोनभद्र के सुदूरवर्ती अंचल के एक स्वास्थ केंद्र की ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसमें एक महिला की रात के अंधेरे में टार्च के सहारे स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा डिलीवरी कराई गई है, जो स्वास्थ्य विभाग की बदइंतजामी की पोल खोल रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक उक्त तस्वीर विकास खण्ड चोपन अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की है जो लगभग 50 से ज्यादा गांवों को कवर करता है लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र पर सुविधाओं का टोटा है।स्थिति यह है कि अस्पताल के शौचालय गन्दगी से पटे रहते हैं ऐसा लगता है उनकी साफ सफाई जैसे कभी होती ही न हो। इतना ही नही इमरजेंसी में लाइट की भी कोई व्यवस्था नही है यही वजह है कि टार्च की रोशनी में डिलीवरी कराई जा रही है और जिम्मदार अपनी आंख मूंद तमाशा देख रहे हैं।

उक्त रात के अंधेरे में डिलीवरी का वाकया 08 सितम्बर की रात का है । रात लगभग 8:30 बजे सामुदायिक स्वास्थ केंद्र चोपन में एक महिला की डिलीवरी टार्च की रोशनी में कराई गई । अस्पताल के डिलीवरी वार्ड में घुप्प अंधेरे में दर्द से कराहती महिला की डिलीवरी तो करा दी गई पर अंधेरे में डिलीवरी कराना काफी रिस्क भरा हो सकता है ऐसे में उक्त हॉस्पिटल में टार्च के सहारे होती डिलीवरी कभी भी जानलेवा हो सकती है।

यहां यह बात भी विचारणीय है कि सोनभद्र की यह कोई पहली घटना नही है अभी कुछ दिनों पूर्व ही सोनभद्र नगर के अर्बन हेल्थ सेंटर पर भी कुछ इसी तरह अर्थात टार्च के सहारे डिलीवरी कराने की खबर ने खूब सुर्खियां बटोरीं थी तब भी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मदारों की तरफ से आश्वस्त किया गया था कि आगे इस तरह की स्थिति नहीं होगी पर अब फिर से इस तरह की तस्वीर ने यह जता दिया है कि इस तरह की घटनाओं से स्वास्थ्य विभाग की सेहत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला।

हाल तो यह है कि जब डिलीवरी टार्च के सहारे की जा रही है तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि बिजली के अभाव में रूटीन में होने वाले टीकाकरण की दवा जिसे कोल्ड चेन ने रखना होता है उसे स्वास्थ्य केंद्र के लोग किस तरह से सुरक्षित रखते होंगे ? लाइट के अभाव में उसकी गुडवत्ता पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? इस तरह की लापरवाही से प्रदेश की योगी सरकार व जिला प्रशासन की छवि धूमिल हो रही हैं । महिला सुरक्षा एवं जनसेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष सावित्री देवी ने साक्ष्य के साथ जिलाधिकारी सोनभद्र,अपर जिलाधिकारी सोनभद्र,मुख्य चिकित्साधिकारी सोनभद्र को शिकायत किया की जल्द से जल्द उक्त प्रकरण की जांच कराते हुए कार्यवाही व बिजली की स्थिति को देखते हुए सोलर व्यवस्था सही करवाने व जनरेटर को संचालित हेतु संबधित अधिकारी को निर्देशित करें।

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