Wednesday, May 8, 2024
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सलाइबनवा रेलवेस्टेशन पर पत्रकारों पर हुए हमले के मामले में जीआरपी मिर्जापुर मे हुआ मुक़दमा दर्ज

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कोल माफियाओं की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की उठ रही मांग,प्रशासन पर कोल माफियाओं को बचाने का भी लग रहा आरोप


सोनभद्र। सलई बनवाँ रेलवे-स्टेशन पर डंपिंग यार्ड में कोयले में चारकोल व ग्रेनाइट पत्थर सहित कुछ अन्य पदार्थ जो कोयले जैसे दिखते हैं, का मिलावट कर उसे कम्पनियों में सप्लाई करने के दशकों से चल रहे खेल की खबर करने गए सलाइबनवा रेलवेस्टेशन पर कुछ स्थानीय पत्रकारों पर पिछले दिनों कोल माफियाओं के गुर्गों ने हमला बोल दिया जिसमें खबर करने गए पत्रकार घायल हो गए।उक्त घटना का वीडियो सोसल मीडिया प्लेटफार्म पर खूब ट्रेंड किया।उक्त घटना से आहत पत्रकारों ने प्रशासन से कोल माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की थी पर प्रशासनिक अमले द्वारा यह कह कर कि उक्त घटना रेलवे की सीमा अंतर्गत आती है इसलिए कार्यवाही करने का अधिकार उसी का है, अपना पल्ला झाड़ लिया था पर अब इसमें एक नया मोड आ गया है और चोपन के चार पत्रकारों पर हुए जानलेवा हमले मामले मे रेलवे पुलिस ने मिर्जापुर में मुक़दमा दर्ज कर लिया।


गौरतलब है कि पत्रकार सत्यदेव पाण्डेय पुत्र स्व0 दया शंकर पाण्डेय निवासी-ग्राम चोपन थाना- चोपन जनपद सोनभद्र ने प्रर्थना पत्र देकर थाना जीआरपी मिर्जापुर को एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करने का अनुरोध किया था जिसपर जीआरपी मिर्जापुर ने क्राइम नंबर- 119 सन् 2023 धारा- 147, 323, 504, 506 आई पी सी दर्ज कर लिया है। उक्त मामले में दी गई तहरीर के आधार पर खबर करने से रोकने के लिए पत्रकारों पर हमलावर रहे कोल माफियाओं के आदमियों ओर हुई एफआईआर में मनोज यादव पिता का नाम अज्ञात सलाइबनवा ग्राम कोटा, थाना चोपन, शिवा यादव पिता का नाम अज्ञात सलाइबनवा ग्राम कोटा, चोपन, तिवारी पिता का नाम अज्ञात सलाइबनवा ग्राम कोटा, चोपन, सोनभद व 8-9 अन्य व्यक्ति नाम पता अज्ञात पिता का नाम अज्ञात के नाम हैं।एफआईआर में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक खबर करने के दौरान स्टेशन परिसर में कोल खनन माफियाओं द्वारा रखे गुर्गे द्वारा पत्रकारों के साथ मारपीट करने व गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देने के साथ ही पत्रकारों को वहां से निकल जाने और उनके कैमरे आदि को छीनने का प्रयास किया गया।

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जीआरपी को दिए प्रार्थना पत्र में पत्रकारों ने अवगत कराया है कि सत्यदेव पाण्डेय पुत्र स्व0 दयाराम पाण्डेय अपने पत्रकार साथी प्रमोद कुमार भारतीय, अमलेश सोनकर, कामेश्वर विश्वकर्मा निवासीगण थाना चोपन, परगना अगोरी, तहसील ओबरा, जनपद सोनभद्र दिनांक 27.08.2023 को दोपहर लगभग 02.00 बजे राष्ट्रीय खबर बन चुकी करोड़ो की अवैध कोयले की काला बाजारी की खबर कवरेज करने सलाइबनवा रेल स्टेशन कोल साइडिंग पर जा रहे थे कि जैसे ही रेलवे स्टेशन सलाईबनवा पहुंचे ही थे कि तभी हम लोगो की प्रेस आईडी देखकर स्टेशन के इर्द गिर्द घूम रहे साइड पर कोल माफिया विकास चौबे द्वारा रखे गये दर्जनो की संख्या में गुंडे हम सभी पत्रकारो को घेर लिये और गाली गलौज व मारपीट करने लगे और जान से मारने की धमकी देकर कहने लगे कि भाग जाओ दुबारा आये तो जिन्दा नही बचोगे।

इस दौरान उन लोगों ने उनका मोबाइल भी छीन कर कवरेज किये हुये घटना स्थल का वीडियो आदि भी डिलेट कर दिये। स्टेशन मास्टर और कुछ लोगो के बीच बचाव करने पर किसी तरह से हम लोगो का मोबाइल मिला और वहाँ से जान बचाते हुये किसी तरह बच के हम लोगों ने अपनी जान बचाई।इस बीच उन लोगों ने उनके साथ मार पीट भी किया जिसमें हम प्रार्थी को काफी अंदरुनी चोटे आई और हमें हमारे साथियो द्वारा चोपन स्थित एक निजी हास्पिटल में भर्ती करवाया गया।

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हमला करने वाले व्यक्ति काफी सरहंग किस्म के है जिन्हें कोल माफियाओं के खुला संरक्षण मिला हुआ है।उक्त हमलावरों में से हम लोग 3 लोगो को जानते है 1- मनोज यादव 2- शिवा यादव व 3- तिवारी निवासीगण सलाईबनवा ग्राम कोटा, थाना चोपन जनपद सोनभद्र और बाकी को सामने आने पर पहचान लेगे। प्रार्थना पत्र में पत्रकारों ने यह भी कहा है कि सलाइबनवा स्टेशन परिसर मे कोल माफियाओ के गुण्डे दर्जनो की संख्या मे घुमते रहते है ना इन्हे स्थानीय प्रशासन का डर है ना ही रेल प्रशासन का ।स्थानिय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि ये सब स्टेशन पर यात्रियों के साथ भी दुर्व्यवहार करते है, इससे रेल प्रशासन की छवि खराब हो रही है। पत्रकारों के दिये गए उक्त तहरीर के आधार पर जीआरपी ने मिर्जापुर थाने में एफआईआर दर्ज कर आगे की जांच में जुट गयी है अब देखना होगा कि क्या उक्त एफआईआर में दर्ज तथ्यों की तह तक पहुंचने के लिये जीआरपी पुलिस पसीना बहाती है अथवा माफियाओं के दबाव में ऑल इज वेल की रिपोर्ट लगा अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेती है।

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