उषा वैष्णवी
सभी ग्रहों में ये सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। ज्योतिष अनुसार इसका प्रभाव किसी भी व्यक्ति पर लंबे समय तक के लिए रहता है। यहां आप जानेंगे मिथुन और तुला राशियों पर कब शुरू हुई थी शनि ढैय्या और कब इन्हें मिलेगी मुक्ति…
उज्जैन । शनि का राशि परिवर्तन हर ढाई वर्ष में होता है। इस तरह से इसे अपना राशि चक्र पूरा करने में करीब 30 साल का समय लग जाता है। सभी ग्रहों में ये सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। ज्योतिष अनुसार इसका प्रभाव किसी भी व्यक्ति पर लंबे समय तक के लिए रहता है। शनि एक साथ 5 राशियों को प्रभावित करते हैं। 3 राशियों पर शनि साढ़े साती तो 2 पर शनि ढैय्या चलती है। यहां आप जानेंगे मिथुन और तुला राशियों पर कब शुरू हुई थी शनि ढैय्या और कब इन्हें मिलेगी मुक्ति…
मिथुन: इस राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या 24 जनवरी 2020 से शुरू हुई थी और इन्हें इससे मुक्ति शनि के राशि परिवर्तन के साथ मिल जाएगी। आपको बता दें कि 29 अप्रैल 2022 में शनि कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहा है। जिससे मिथुन राशि वाले शनि की दशा से मुक्त हो जायेंगे। लेकिन 12 जुलाई 2022 में शनि के वक्री चाल चलते हुए मकर राशि में फिर से गोचर करने से मिथुन वाले दोबारा शनि ढैय्या की चपेट में आ जायेंगे और 17 जनवरी 2023 में शनि के मार्गी होने पर इन्हें राहत मिलेगी। कुल मिलाकर देखा जाए तो मिथुन वालों को शनि ढैय्या से पूर्ण रूप से मुक्ति साल 2023 में ही मिलेगी।
तुला: अब बात तुला राशि वालों की करेंगें। शनि की ये उच्च राशि है इस वजह से शनि देव की इन पर विशेष कृपा रहती है। शनि की ढैय्या इस राशि वालों पर 24 जनवरी 2020 से ही चल रही है और इसकी समाप्ति 29 अप्रैल 2022 में शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने के साथ होगी। लेकिन 2022 में ही कुछ समय के लिए तुला वाले फिर से शनि ढैय्या की चपेट में आ जायेंगे। क्योंकि 12 जुलाई 2022 से लेकर 17 जनवरी 2023 तक शनि अपनी वक्री चाल में मकर राशि में फिर से गोचर करने लगेंगे। इस तरह से देखा जाए तो तुला वालों को शनि ढैय्या से पूर्ण रूप से मुक्ति 2023 में ही मिलेगी।