Friday, April 26, 2024
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नि:शुल्क तथा त्वरित न्याय ही लोक अदालत है – न्यायमूर्ति गौतम चौधरी

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प्रशासनिक न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय प्रयागराज द्वारा दिव्यांगजनो के शारीरिक अक्षमता के प्रभाव को कम करने के लिए सहातार्थ व्हील चेयर , ट्राई साइकिल , श्रवण बाधितों के लिए कान की मशीन प्रदान किया ,जिससे दिव्यांगों के चेहरे खिल उठे। माननीय न्यायमूर्ति श्री गौतम चौधरी द्वारा पर्यावरण को दृष्टिगत रखते हुए वृक्षारोपण भी किया गया।

जिले के विभिन्न न्यायालयों से कुल 41548 वादों का निस्तारण किया गया जिसमे कुल रुपये 18,37,78,152 रुपये की प्रतिकर /जुर्माना वसूला गया।

सोनभद्र । सुलह समझौते के आधार पर वादों के निस्तारण वादकारियों के लिए वरदान है उक्त बातें राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ के अवसर पर माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति गौतम चौधरी ने आज यहां राष्ट्रीय लोक अदालत के शुभारंभ करते हुए कहा , इससे पूर्व न्यायमूर्ति चौधरी द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित व पुष्प अर्पित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया गया।

माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति श्री गौतम चौधरी ने राष्ट्रीय लोक अदालत के शुभारंभ के बाद सभी न्यायिक अधिकारी व अधिवक्ताओ को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत वादकारियो के लिए वरदान है जिसमें मामले सुलह समझौते के आधार पर समाप्त किए जा सकते हैं एवम छोटे मामलो का त्वरित निस्तारण किया जाता है।

माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने कहा कि लोक अदालत को सफल बनाने में अधिवक्ताओं की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि वह वादकारियों व न्यायालय के बीच की कड़ी है ।लोक अदालत का सबसे बड़ा गुण नि:शुल्क तथा त्वरित न्याय है । यह विवादों के निपटारे का वैकल्पिक माध्यम है ।

इसका उद्देश्य यह है कि देश का कोई भी नागरिक आर्थिक या किसी अक्षमता के कारण न्याय पाने से वंचित न रह जाए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य न्याय सबके लिए है ।वहीं माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति श्री गौतम चौधरी ने कहा कि दिव्यांगजनों के प्रति सामाजिक चुनौतियां जटिल हो जाती है ऐसे में दिव्यांगों का सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर और स्वावलंबी होना आवश्यक है ।

माननीय द्वारा दिव्यांगजनो के शारीरिक अक्षमता के प्रभाव को कम करने के लिए सहातार्थ व्हील चेयर, ट्राई साइकिल श्रवण बाधितों के लिए कान की मशीन प्रदान किया,जिससे दिव्यांगों के चेहरे खिल उठे। माननीय न्यायमूर्ति श्री गौतम चौधरी द्वारा पर्यावरण को दृष्टिगत रखते हुए वृक्षारोपण भी किया गया। इसी क्रम में जनपद न्यायाधीश श्रीअशोक कुमार यादव प्रथम द्वारा भी वृक्षारोपण किया गया।

वृक्षारोपण कार्यक्रम के समय न्यायमूर्ति ने कहा कि न्यायालय परिसर में आने वाले वादकारियों के लिए इससे न सिर्फ जीवनदायिनी हवा मिलेगी बल्कि गर्मी से भी निजात मिलेगी।

जिले के विभिन्न न्यायालयों से कुल 41548वादों का निस्तारण किया गया जिसमे कुल रुपये 183778152 रुपये की प्रतिकर/जुर्माना वसूला गया। इस दौरान जनपद न्यायाधीश अशोक कुमार यादव प्रथम ,संजीव कुमार त्यागी प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय , संजयहरि शुक्ला पीठासीनअधिकारी एमएसिटी , खलिकुज्ज्मा अपर जनपद सत्र न्यायाधीश प्रथम ,श्रीमति निहारिका चौहान नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत/अपर जनपद सत्र न्यायाधीश(पोक्सो) , विनय कुमार सिंह(सचिव)जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के साथ समस्त न्यायिकगण अधिकारी व विद्वान अधिवक्तागण उपस्थित रहे।

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