Friday, April 26, 2024
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उपमुख्यमंत्री का सोनभद्र में चुनावी दौरा :आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास

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सोनभद्र।नगर निकाय चुनाव के पहले चरण में सम्पन्न हुए चुनाव में मतदान प्रतिशत कम होने से जहां एक तरफ प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं तो वहीं दूसरे चरण में सम्पन्न होने वाले चुनावी जिलों में उसने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और इसी कड़ी में आज सोनभद्र में आयोजित एक चुनावी सभा को सम्बोधित करने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक राबर्ट्सगंज में उपस्थित थे।आपको बताते चलें कि उपमुख्यमंत्री की उक्त सभा से लोगों ने बड़ी उम्मीद लगा रखी थी कि हो सकता है कि जिले की एकमात्र नगर पालिका सोनभद्र को कोई बड़ी सौगात मिल जाय जिससे डूबती उतराती नगर पालिका को कोई बड़ा सम्बल मिल जाय पर लोगों को निराशा ही हाथ लगी।

उपमुख्यमंत्री की जनसभा से निकलते एक बुजुर्ग से जब कुछ लोगों ने पूछा कि आप उपमुख्यमंत्री को सुनने आये थे ? आपको क्या मिला या आपने क्या उम्मीद की थी और आपको क्या मिला ?इस पर उक्त बुजुर्ग ने सवाल करने वालो से यह कह कि “आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास” त्वरित टिप्पणी कर आगे बढ़ गए।यहां आपको बताते चलें कि भले ही उक्त बुजुर्ग की बात थोड़ी अटपटी लगें पर यदि गहराई से विचार किया जाय तो उक्त बुजुर्ग ने बड़ी ही समसामयिक टिप्पणी की क्योकि उपमुख्यमंत्री निकाय चुनाव के मद्देनजर जनसभा को सम्बोधित करने व चुनाव के प्रति उदासीनता अपनाए वोटरों में चुनाव के प्रति रुझान पैदा कर उन्हें वोट करने के लिए प्रेरित करने आये थे पर वह स्थानीय समस्याओं या फिर यह कह लें कि लोकल मुद्दों की जगह राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय मुद्दों की बात करते रहे।अब जो वोटर यह जानने आये थे कि आगे हमारी नगर पालिका या नगर पंचायत में वह कौन सी समस्या या कार्य हैं जिनका समाधान करने की योजना है इस पर बात न कर जब उसे राष्ट्रीय मुद्दों पर सरकार की नीति से अवगत करवाया जा रहा हो तो फिर वह क्या करे ?

चुनावी सभा से निकलते एक अन्य व्यक्ति से जब यह सवाल किया गया कि आपने तो पहले भी कई इलेक्शन देखे होंगे ? तब और अब में क्या अंतर है ?तथा पिछले दिनों सम्पन्न नगर निकाय के चुनावों में कम मतदान के क्या कारण हो सकते हैं ? तो उसने बताया कि तब और अब में बहुत फर्क आ गया है ,पहले लोकल इलेक्शन स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जाता था और अब आप देख ही रहे हैं इलेक्शन नगर पालिका या फिर नगर पंचायत का हो रहा है और प्रचार में लगे लोग यह बता रहे कि हमारी विदेश नीति क्या है ?

खैर जो भी हो सभी लोगों को अपने पसंद का उम्मीदवार चुनने के लिए पोलिंग बूथ तक जाकर मतदान में हिस्सा अवश्य लेना चाहिए।क्योंकि जब मतदान का प्रतिशत कम होगा तो कहीं न कहीं लोकतंत्र की हार होगी और यह सारे नागरिकों की जिम्मेदारी है कि जिस लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमारे बुजुर्गों ने अपने जान की आहुति देकर देश को गुलामी से मुक्त कराकर जिस लोकतांत्रिक व्यवस्था को जिस मकसद के साथ लागू किया उसे सफलीभूत करने के लिए मतदान में हिस्सा लेकर अपनी पसंद का प्रतिनिधि चुनें।

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