
सोनभद्र।राबर्ट्सगंज लोकसभा से भाजपा की सहयोगी पार्टी अपनादल के सांसद पकौड़ी लाल कोल ने सोनभद्र के मुख्य चिकित्साधिकारी को सोनभद्र से अन्यत्र हटाते हुए उनके कार्यकाल में हुए वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिये अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उ प्र शासन को पत्र लिखा है।सांसद ने पत्र में सीएमओ पर कई गम्भीर आरोप लगाए हैं।शासन को लिखे पत्र में उन्होंने बताया है कि वर्तमान में तैनात मुख्य चिकित्सा अधिकारी का व्यवहार न तो जनता से ठीक है और न ही जनपद में तैनात चिकित्सकों से यहाँ तक की जनप्रतिनिधियों की बात पर भी वह ध्यान नहीं देते हैं।सांसद ने लिखा है कि व्यक्तिगत तौर पर मेरे द्वारा मांगी गई सूचनाओं को भी उनके द्वारा नहीं दिया जाता है।मेरे कार्यालय द्वारा पत्र संख्या 1369/एम पी एल एस/2021दिनांक 24 जुलाई 2021 को चाही गई 9 बिंदुओं की सूचना को अब तक उनके द्वारा उपलब्ध न कराया जाना जनप्रतिनिधियों के प्रति उनके उदासीनता पूर्ण रवैए का द्योतक है।उन्होंने पत्र में अवगत कराया है कि इनके कार्यकाल के दौरान सरकारी कोष से ऑन लाइन कई लाख रुपये निकाल लिए गए हैं जिसके लिए जिम्मेदार कर्मचारियों को इनके द्वारा बचाया जा रहा है।पत्र में यह भी कहा गया है कि सीएमओ के उदासीनता पूर्ण रवैये के कारण सोनभद्र के पहाड़ी व जंगली इलाकों में मच्छरों से बचाव के लिए डी डी टी का जो छिड़काव होता था वह भी ठीक से नहीं हो पाई है। डी डी टी पाउडर की आपूर्ति तो ली गई परन्तु समय से उसका छिड़काव न हो पाने के कारण सैकड़ों बोरी डी डी टी एक्सपायर हो गई।इस बात पर पर्दा डालने व जिम्मेदार कर्मचारियों को बचाने के लिए इनके द्वारा विभागीय जांच के नाम पर केवल कोरम पूरा किया जा रहा है।सांसद ने अपने पत्र में सी एम ओ को जनपद से अन्यत्र हटाते हुए इनके कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार की जांच के लिए शासन से अनुरोध किया है।अब देखना होगा कि आगे क्या होता है।क्या जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली योगी आदित्यनाथ जी की सरकार में ऐसे भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारी पर कोई कार्यवाही होती है या नहीं, यहाँ ध्यान देने योग्य यह बात भी है कि यह आरोप किसी आम आदमी द्वारा नहीं अपितु सांसद के द्वारा लगाए गए हैं।