सवर्ण आर्मी के ज़िला प्रमुख सूरज प्रसाद चौबे ने आज सवर्ण समाज की बैठक करते हुए कहा की इस चुनाव मेंचुनाव चिन्ह नोटा दबाकर सरकारों के अन्याय का सबक़ सिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरक्षित वर्ग के परिवारों के एक आईएएस के बच्चे को भी आरक्षण का लाभ मिल रहा है लेकिन सवर्ण परिवारों के डिग्री होल्डर बच्चे बेरोज़गारी का दंश झेलने को मजबूर है।

सवर्ण समाज को सरकारों ने आज सड़क पर ला कर खंडा कर दिया। अन्य जाती के लोगों को पीढ़ी दर पीढ़ी आरक्षण मिलने के कारण सवर्ण परिवार बेरोज़गारी की मार झेलने को मजबूर है। सवर्ण समाज की प्रतिभा का हत्यारा कोयी और नहीं बल्कि इस आरक्षण राजनीतिक व्यवस्था के पोषण में योगदान करने वाले सवर्ण दलाल ही है ।

चौबे ने आगे कहा कि सबसे अधिक टैक्स सवर्ण परिवार इस देश को देता है लेकिन इस समाज के उत्थान के लिए सरकार कोई भी सार्थक क़दम अब तक नहीं उठा पायी ।संबिधान में सभी को समान आधिकार दिए गए हैं लेकिन यह व्यवस्था सवर्ण पर लागू नहीं होती। सवर्ण समाज के योग्य युवा को नौकरी में कोयी स्थान नहीं होता, न ही सवर्ण किसानो को कोई लाभ मिल रहा है। सरकार ने सभी को जातियों में बाट दिया और दिन प्रतिदिन सवर्ण के पतन के लिए सरकारों द्वारा कार्य किया जा रहा है। सत्ता प्राप्ति के लिए सपा, बसपा से बसपा, बीजेपी से आप कंगेस से गठबन्धन कर लेती है। इस आरक्षण के चलते देश प्रगति नहीं कर सकता। एससी एसटी के होते हुए देश में समरसता नहीं आ सकती। सवर्ण समाज के हक़ और आधिकार को वापस ले के रहेंगे ।

संबैधानिक समानता का आधिकार हमारा जन्म सिद्ध आधिकार है। चौबे ने कहा कि जब तक सवर्ण समाज के लिए योजना नहीं बनायी जाती तब तक सवर्ण समाज की तरफ़ से भी नोटा को वोट दिया जाएगा।आज की बैठक में ज़िला संरक्षक सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी के साथ सभी ब्लाक के सदस्य उपस्थित थे ।
