वन कर्मियों द्वारा आदिवासी की पिटाई से आक्रोशित आदिवासियों ने वन चौकी पर धावा बोल कर वनकर्मियों की कर दी पिटाई , केवटम गांव बना पुलिस छावनी, इलाके में तनाव
सोनभद्र । Sonbhadra News । जनपद के माची थाना क्षेत्र अंतर्गत केवटम गांव मैं वन कर्मियों द्वारा एक वृद्ध की पिटाई किए जाने से , क्षुब्ध आदिवासियों ने वन चौकी पर धावा बोलकर वन कर्मियों की पिटाई कर देने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों का आक्रोश देख सूचना मिलते ही जनपद के कई थानों की पुलिस मय क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं । समाचार लिखे जाने तक केवटम गांव पुलिस छावनी में तब्दील हों चुका है ।
आदिवासियों ने वन कर्मियों द्वारा फायर किए जाने का भी आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है । आदिवासियों की मांग हैं कि यदि वन कर्मियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया तो हम लोग धरना प्रदर्शन व आंदोलन के लिए बाध्य होंगे ।
जानकारी अनुसार केवटम गांव के लोगों ने बताया कि आज सुबह लगभग 8:00 बजे रामगढ़ वन रेंजर व फॉरेस्टर राजेंद्र शर्मा कुछ वन कर्मियों के साथ केवटम पहुंचे । वहां खरवार जाति के वृद्ध तेजन सड़क के किनारे जहां अपनी भैंस बांधे थे और वहीं पर भैंस दूह रहे थे वहां पहुंचते ही बन कर्मियों ने कहा कि यहां भैंस क्यों बांधे हो यह जंगल की जमीन है इस पर तेजन ने कहा कि कई वर्षों से हमारी भैंस यहीं पर रहती हैं । उनकी यह बात सुनकर रेंजर और फॉरेस्टर राजेंद्र शर्मा ने लाठियों से पीट दिया इसकी सूचना जैसे ही गांव के लोगों को हुई तमाम आदिवासी घटना स्थल की दौड़ पड़े यह देख कर वन कर्मी मी वही बगल में स्थित वन चौकी में जाकर खड़े हो गए ।
जब ग्रामीणों ने चौकी की तरफ बढ़ना शुरू किया तो वन कर्मियों ने आदिवासियों की तरफ फायर कर दिया जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने चौकी पर धावा बोल दिया और वन कर्मियों से भीड़ गए । इसी भिड़ंत में वन दरोगा राजेंद्र शर्मा का सर फट गया और रेंजर को भी चोटें आई। केवटम के तमाम ग्रामीणों ने बताया कि बनकर्मी आए दिन आदिवासियों का उत्पीड़न करते हैं । खुटे पर बँधी गाय बैल व भैंस छोड़ ले जाते हैं । धमकी देकर पैसा वसूलते हैं ,यहीं इनकी दिनचर्या बन गई है ।
सूचना मिलने पर पुलिस क्षेत्राधिकारी, मांची , पन्नूगंज थानाध्यक्ष , पनौरा चौकी इंचार्ज समेत तमाम पुलिस फोर्स केवटम पहुंच गई है। क्षेत्राधिकारी के समक्ष दोनों पक्षों ने अपनी बात रखी । आदिवासियों ने पुलिस को बताया कि वन कर्मियों ने महिलाओं के साथ भी बदतमीजी की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है ग्रामीणों में बन विभाग के प्रति काफ़ी आक्रोश देखा जा रहा है । पीड़ित तेजन ने देर शाम दूरभाष पर बताया की हमारा मेडिकल व नहीं कराया गया है।