बूंदी। राजस्थान के बूंदी जिले में दिल को दहला देने और शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। भारत अपनी सभ्यता और संस्कृति के लिए ही जाना जाता है जहां रिश्ते सुरक्षा की गारंटी हुआ करते थे वहां अब रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटनाओं ने हमारी संस्कृति को झकझोर दिया है।आपको बताते चलें कि यहां एक युवक ने अपनी चेचरी नाबालिग बहन से रेप कर उसे गर्भवती बना डाला। इतना ही नहीं बाद में जब यह घटना लड़की के परिजनों को पता चली तब परिवार के लोग पुलिस में न जाकर लोकजाल के भय बस यह बात किसी को नहीं बताई और शनिवार को पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया।
इतना ही नहीं लोकलाज का भय ऐसा की उसे सुरक्षित प्रशव के लिए अस्पताल न ले जाकर पीड़िता का प्रसव एक स्कूल परिसर में गुपचुप तरीके से करा दिया गया। और उसके बाद में परिजनों और पीड़िता ने बच्ची को कचरे के ढेर में फेंक दिया। लेकिन कचरे के ढेर में रखी नवजात बच्ची पर लोगों की नजर पड़ जाने से सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने नवजात को बचा लिया। नवजात का कोटा के जेके लॉन अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
पुलिस की अब तक कि जांच पड़ताल के मुताबिक शनिवार को चित्तौड़गढ़ रोड स्थित न्यू इंग्लिश सैकेंडरी स्कूल के पास खाली पड़े भूखंड में एक नवजात बच्ची के पड़े होने की सूचना मिली थी। लोगों ने इसकी सूचना सदर थाना पुलिस और बाल कल्याण समिति को दी। सूचना के बाद सदर थाना पुलिस और बाल कल्याण समिति मौके पर पहुंची। वहां कचरे के ढेर में एक नवजात बच्ची पड़ी थी। पलिस ने उसे उपचार के लिए बूंदी के सरकारी अस्पताल की एमसीएच यूनिट में भर्ती करवाया जहाँ नवजात को प्राथमिक उपचार देकर कोटा के जेके लॉन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि इस बच्ची को एक नाबालिग लड़की ने जन्म दिया है। लोक लाज और बदनामी के डर से उसे कचरे के ढेर में फेंक दिया गया। पुलिस ने जब जांच का दायरा आगे बढ़ाया तो पता चला की नाबालिग प्रसूता के साथ उसके रिश्ते में चचेरे भाई लगने वाले युवक ने रेप किया था। उससे पीड़िता को गर्भ ठहर गया। परिजनों को भी इस बात का पता चल गया था लेकिन उन्होंने लोक लाज के कारण बात को दबाए रखा। शनिवार को तड़के रेप पीड़िता को जब प्रसव पीड़ा हुई तो उसे पास में स्थित स्कूल के बाथरुम में प्रसव करा दिया गया।
बदनामी के डर से पीड़िता और उसके परिजनों ने नवजात बच्ची को पॉलिथीन में लपेटकर पास ही स्थित खाली भूखंड में कचरे के ढेर में फेंक दिया। लेकिन लोगों की नजर उक्त बच्ची पर पड़ गयी और नवजात बच्ची बच गई। सुबह-सुबह जब लोगों की नजर उस बच्ची पर पड़ी तब वह सर्दी में कांप रही थी। उसके शरीर पर कांटे भी चुभे हुए थे। यह देखकर लोग सकते में आ गए और बाद में उन्होंने पुलिस को सूचित किया।