रालोद के वरिष्ठ नेताओं की सादगी रही देशभर में चर्चा का विषय

- राजनीति में जहॉं एक और राजनैतिक पार्टियों में मंच पर जगह पाने के लिये मारा-मारी मची है, वहीं रालोद के अनेकों कार्यकर्त्ता सिर्फ और सिर्फ पार्टी के हितों के लिये कार्य कर रहे है
- मेरठ में आयोजित रालोद-सपा की महारैली में बागपत से रालोद के वरिष्ठ नेता सतीश चौधरी की सादगी की तसवीरे जमकर हुई वायरल
बागपत /मेरठ से विवेक जैन की रिपोर्ट

राष्ट्रीय लोकदल किसानों की समस्या और उनका समाधान कराने के लिये देश की प्रमुख राजनैतिक पार्टी मानी जाती है। इस पार्टी ने किसानों की आवाज को प्रमुखता से उठाने में देशभर में अपनी एक अलग ही पहचान बनायी है। ना सिर्फ किसान अपितु हर धर्म-सम्प्रदाय के लोगों को इंसाफ दिलाने में इस पार्टी ने अहम भूमिका अदा की है।
विश्वभर में किसान मसीहा के नाम से प्रसिद्ध भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व चौधरी चरण सिंह के पुत्र किसान नेता स्व चौधरी अजीत सिंह द्वारा बनायी रालोद पार्टी के किसान हित और देशहित पार्टी की ताकत के पीछे उन लोगों का हाथ माना जाता है जो कि जमीन से जुड़े हुए है और पार्टी में पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कार्य कर रहे है। वर्तमान में स्व चौधरी अजीत सिंह के पुत्र और रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के कुशल नेतृत्व में पार्टी आगे बढ़ रही है।

राजनीति में जहॉं एक और राजनैतिक पार्टियों में मंच पर जगह पाने के लिये मारा-मारी मची है, वहीं रालोद के अनेकों कार्यकर्त्ता सिर्फ और सिर्फ पार्टी के लिये कार्य कर रहे है। मेरठ के दबथुवा में आयोजित रालोद-सपा की महारैली में रालोद के पश्चिम उत्तर प्रदेश कार्यकारिणी के महासचिव व जनपद बागपत के पूर्व जिला पंचायत सदस्य सतीश चौधरी की सादगी की तसवीरे देशभर में जमकर वायरल हुई, जिसमें वह अपने साथ आये हजारों कार्यकत्ताओं के साथ जमीन पर बैठकर लोगों का उत्साहवर्धन कर रहे है। लोगों ने बताया कि रालोद के वरिष्ठ नेता सतीश चौधरी सादगी की अनुपम मिसाल है। रालोद के लिये पूर्णतया समर्पित कार्यकर्त्ता है और लोगों के दुख-दर्द में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते है। बताया कि किसान ही नही हर धर्म-जाति के लोगो में वह अपने समाजसेवी कार्यो के लिए जाने जाते है। बताया कि ऐसे अनेकों कार्यकत्ताओं के बल पर रालोद देशभर में अपनी अलग पहचान बनाये हुए है।
