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हर घर नल योजना के लिए पानी टंकी निर्माण में ब्लास्टिंग कर बरती जा रही अनियमितता-गिरीश पांडेय


हर घर नल योजना में मानकों का नही रखा जा रहा खयाल, नियमों को ताक पर रख कार्यदायी संस्था करा रही कार्य


वैनी। विकासखंड नगवां के बाराडाँड़ में जल जीवन मिशन योजना से जलापूर्ति हेतु ओभरहेड टंकी निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है। तेनुडाही-बाराडॉड में निर्माणाधीन ओभरहेड टंकी की जहां एक तरफ कंक्रीटिंग कास्टिंग हो रही है तो वही पर टंकी की परिधि के अंदर ही कम्प्रेशर मशीन से होल कर बारूद से ब्लास्टिंग किये जाने से गुणवत्ता पर सवाल है। इस विषय पर बात चीत के दौरान जल निगम के अधिशासी अभियंता की माने तो ब्लॉस्टिंग के लिए परमिशन नही है, अब सच्चाई जो भी हो जांच का विषय है। ग्रामीण संदीप और रीता की माने तो महीनों से ब्लास्टिंग की जा रही है। कभी दिन में एक बार तो कभी दो तीन बार तक ब्लास्टिंग की जाती है। वन विभाग को भी वन क्षेत्र में हो रही ब्लास्टिंग मामले की भनक तब लगी जब मीडिया ने सवाल पूछा,जबकि आस पास के ग्रामीणों के अनुसार ब्लास्टिंग से नगवां बांध को भी नुकसान हो सकता है।

आपको बताते चलें कि बाराडांड गांव में तेनुआही प्रोजेक्ट के तहत निर्माणाधीन ओभरहेड टंकी के दीवार की बुनियाद की ढ़लाई चारों तरफ करने के बाद टंकी के बीच से पत्थर को निकालने के लिए ब्लास्टिंग कराने के मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्वांचल नव निर्माण मंच के नेता गिरीश पाण्डेय ने जिलाधिकारी टीके शिबू से तकनीकी टीम गठित कर हो रहे काम के गुणवत्ता की जांच कराने की मांग की है । स्थानीय लोगों के द्वारा ब्लास्टिंग की सूचना दिए जाने के बाद बाराडांड पहुंचे पूर्वांचल नव निर्माण मंच के नेता गिरीश पाण्डेय ने बताया कि चारों तरफ बुनियाद तैयार करके बीच में ब्लास्टिंग किए जाने से बुनियाद की गुणवत्ता सवालों के घेरे में है ।साथ ही बुनियाद में लगाई जा रही छड़ भी मात्र ढाई सूत का लगाया जाना चिंता का विषय है । गिरीश पाण्डेय ने आशंका जताई की प्राक्कलन के अनुसार मौके पर मैटेरियल की भी चोरी काम करा रही संस्था करते हुए गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ कर रही है ।

बाराडांड तेनुआही पहुंचे पूर्वांचल नव निर्माण के नेता गिरीश पाण्डेय ने साइट पर काम कर रहे कामगारों का नाम पता पूछा तो मौके पर एक भी आदमी स्थानीय यहाँ तक कि सोनभद्र जनपद का नहीं मिला । गिरीश पाण्डेय ने इसपर चिंता जताते हुए कहा कि सोनभद्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण आज सोनभद्र के युवाओं के रोजगार का अपहरण जनपद में काम करने वाली ऐसी सभी संस्थाओं द्वारा किया जा रहा है । गिरीश पाण्डेय ने कहा स्थानीय लोगों को सरकारी कार्यों में योग्यता अनुसार भागीदारी स्वयं सरकार द्वारा सुनिश्चित किये जाने के बाद भी सोनभद्र के युवाओं को काम ना दिया जाना यहां के युवाओं का शोषण करने जैसा है । गिरीश पाण्डेय ने सरकार द्वारा निर्धारित प्रतिशत के अनुसार स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाया जाना सुनिश्चित कराने की मांग जिलाधिकारी को संबोधित शिकायती पत्र के माध्यम से किया है । अब देखना होगा कि उक्त विषय पर पूर्वांचल नव निर्माण मंच द्वारा अधिकारियों को जानकारी देने के बाद भी उक्त मामले में कोई कार्यवाही होती है या अन्य मामलों की तरह इसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है?

यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब पहाड़ी क्षेत्रों में हर घर नल योजना से जलापूर्ति हेतु बन रही ओभरहेड टंकियों को बनाने के लिए  पहाड़ी तोड़ना आवश्यक था तो उसकी  नियम कानून के तहत अनुमति आवश्यक रूप से ले ली जाती।जबकि पूर्व में यह क्षेत्र नक्सलवाद से प्रभावित रहा है और अभी भी नक्सली संचरण की सूचनाओं के बाद पहाड़ी क्षेत्र के पुलिस थानों द्वारा इस पर काबू करने के लिए अक्सर जंगली क्षेत्रों में कॉम्बिंग की जाती रही हैं।ऐसे में अप्रशिक्षित व अनिधिकृत लोगों के हाँथो तक ब्लास्ट के लिए आवश्यक सामग्री पहुँचने से सुरक्षा को भी खतरा बढ़ गया है।

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