माटीकला के परम्परागत कारीगर निःशुल्क इलेक्ट्रानिक चाक प्राप्त करने के लिए करे आवेदन
सोनभद्र। जिला ग्रामोद्योग अधिकारी विनोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लास्टिक से बनी हुई वस्तुएं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक एवं पर्यावरण को प्रदूषित करने के कारण उ0प्र0 सरकार द्वारा प्लास्टिक से बनी हुई वस्तुओं को प्रतिबन्धित कर दिया गया है और मिट्टी से बनी हुई वस्तुएं जैसे-कुल्हण, परई, गिलास, थाली, गगरी आदि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उ0प्र0 खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अधीन उ0प्र0 माटीकला बोर्ड का गठन किया गया है।
उ0प्र0 माटीकला बोर्ड द्वारा मिट्टी की विधा से जुड़े हुए परम्परागत कारीगरों के जीवन स्तर में सुधार एवं उनके आय में वृद्धि के उद्देश्य से 30 लोगों को विद्युत चालित चाक (इलेक्ट्रानिक चाक) के निःशुल्क वितरण करने और 25 लोगों को शिल्पकारी प्रशिक्षण देने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।
इच्छुक लाभार्थी जो निःशुल्क इलेक्ट्रानिक चाल प्राप्त करना चाहते हो अथवा शिल्पकारी प्रशिक्षण लेना चाहते हो, जिनकी उम्र 18 से 55 के बीच के हो और माटीकला के परम्परागत कारीगर हो अपना आवेदन पत्र 14 अगस्त, 2022 तक जिला ग्रामोद्योग कार्यालय मिशन अस्पताल के पास राबर्ट्सगंज सोनभद्र में जमा कर दें, ताकि उनके चयन की कार्यवाही करायई जा सके।