इंग्लैंड की अध्यक्ष के रूप में महारानी की ताजपोशी साल 1952में हुई थी। वह सब से अधिक समय तक विराजमान रहने वाली अध्यक्ष थीं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुःख एवं सम्वेदना व्यक्त की। ग्रह मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि 11 सितम्बर को पूरे भारत में एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक रहेगा।
बयान के मुताबिक पूरे भारत में एक दिन के लिए राष्ट्रीय ध्वज उन सभी सरकारी भवनों पर आधा झुका रहेगा। साथ ही उस दिन कोई भी अधिकारिक मनोरंजन के कार्यक्रम नहीं होंगे। हमारे देश में किसी भी सेलिब्रिटी के देहांत पर सरकार उनके निधन की घोषणा करते हुए दुःख व्यक्त करती है। इसके साथ ही एक राजपत्र अधिसूचना काली पट्टी के साथ सरकार के द्वारा जारी किया जाता है। साथ ही राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका देने के निर्देश के साथ ही राजकीय शोक भी घोषित किया जाता है। इस दिन सरकार द्वारा सार्वजनिक अवकाश एवं कोई भी शासकीय मनोरंजन के कार्य न होने की घोषणा की जाती है।
दुनिया के तकरीबन सभी मुल्कों में राष्ट्रीय शोक मनाये जाने का चलन है। साथ ही इसके मनाये जाने का तरीका भी लगभग सेम ही होता है। राष्ट्रीय शोक के जरिये किसी भी महान विभूति के दिवंगत होने पर सामूहिक रूप से दुःख एवं संवेदना व्यक्त की जाती है। ऐसी महान विभूतियों जिसने अपनी असाधारण प्रतिभा का परिचय देते हुए देश दुनिया का भला किया हो। उनकी यादों में राष्ट्रीय शोक मनाया जाता है।
सरकार के आदेश पर राष्ट्रीय शोक एक दिन से लेकर एक हफ्ता तक मनाया जाता है। भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेश्कर जी के देहांत पर देश में दो दिवसीय राष्ट्रीय शोक मनाया गया था। राष्ट्रीय शोक के अवसर पर समूचा देश समवेत दुःख और संवेदना व्यक्त करता है।