सोनभद्र। देश और दुनिया को सत्य, प्रेम व करुणा का संदेश देने वाले महात्मा गांधी आज भले ही हमारे बीच नही हैं लेकिन उनके विचार हमारे लिए आज भी उपयोगी व प्रेरणादायी हैं। गांधी को मानने वाले और उनका अनुसरण करने वाले असंख्य लोग आज भी हैं, महज कुछ इमारतों और संस्थानों का अस्तित्व मिटाकर गांधी के विचारों को नही मिटाया जा सकता और जो लोग यह सोच रहे हैं कि ऐसा करने से गांधी के विचार मर जायेंगे या उनका अस्तित्व मिट जायेगा तो यह उनके जीवन की सबसे बड़ी भूल होगी और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा। हिंसक और दमनकारी सोच के साथ देश को एकता के सूत्र में पिरोने का संकल्प लोक लुभावने नारों और भाषणों से साकार नही हो सकता । यह आपसी सौहार्द और भाई चारे से ही सम्भव है।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायक महात्मा गांधी, लोकतांत्रिक हितों के लोई सतत संघर्ष करने वाले जय प्रकाश नारायण और डा. राममनोहर लोहिया की विरासत सर्व सेवा संघ वाराणसी को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया जो सरकार की नीति और नियति को स्पष्ट करता है । उक्त बातें वैचारिक, सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था विमर्श के बैनर तले स्वतन्त्रता दिवस के सन्ध्या पर नगर पालिका परिषद रावर्टसगज कार्यालय परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष दीप-दान कार्यक्रम के दौरान सभा को सम्बोधित करते हुए लब्ध प्रतिष्ठ साहित्यकार, चिन्तक पं अजय शेखर ने कही।
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गांधी प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर भजन कीर्तन करके ईश्वर से सरकार को सद्बुद्धि देने की कामना की गयी।
इस मौके पर साहित्यकार रामनाथ शिवेन्द्र, पं० पारसनाथ मिश्र, जगदीश पंथी, ईश्वर विरागी, प्रदुम्न त्रिपाठी, दीपक केसरवानी, अशोक तिवारी, प्रभात सिंह चन्देल, कांग्रेस नेता राजेश द्विवेदी, फरीद खान, स्वामी अरविन्द सिंह, राजीव त्रिपाठी, धीरज पाण्डेय, अमित चतुर्वेदी, समाजवादी नेता हिदायत उल्ला खां, अखिल विश्व गायत्री परिवार से राज कुमार तरुण, विशिष्ट कुमार चौबे, मृदुल मिश्रा, कमल नयन त्रिपाठी, दिलीप सिंह ‘दीपक’, रामानंद पाण्डेय, पत्रकार इमरान बख्सी, अभिषेक त्रिपाठी, शितला सिंह पटेल समेत अन्य उपस्थित रहे।