बीजेपी ने 2019 में हारी हुई लोकसभा की 144 सीटों को जीतने की आक्रामक योजना बनाई है. इन सीटों पर वह दूसरे या तीसरे नंबर पर रही थी. इन सीटों पर जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्रियों को दी गई है. एक मंत्री को तीन लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई है.
नई दिल्ली. लोकसभा में 2 सीटों से 303 सीटों तक सफर तय करने वाली और 18 राज्यों में एनडीए सरकार का नेतृत्व करने वाली भारतीय जनता पार्टी खुद को विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी मानती है. लेकिन पार्टी इससे भी संतुष्ट नहीं है और लोकसभा में 400 से ज्यादा सीटें जीतने का खांका तैयार कर रही है.
बीजेपी 2019 में जिन सीटों पर दूसरे या तीसरे नंबर पर रही थी, ऐसी 144 सीटों पर अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए आक्रामक योजना बनाई है. आज नई दिल्ली के पार्टी मुख्यायलयों में पदाधिकारियों ने इस योजना के तहत ब्लू प्रिंट पर मंथन किया है. इस बैठक से संबंधित वरिष्ठ नेताओं ने विंध्यलीडर को यह जानकारी दी है.

मंत्री इन लोकसभा क्षेत्रों में प्रवास करेंगे
बीजेपी ने इन 144 सीटों को अपने लिए कमजोर की श्रेणी में चिन्हित किया है लेकिन इन सीटों को अपने लिए माकूल बनाने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. विंध्यलीडर के मुताबिक इन सीटों पर जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के मंत्रियों को दी गई है.

केंद्र सरकार के मंत्री इन सीटों पर लोकसभा प्रवास योजना के तहत डेरा डालेंगे और जीत के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे. प्रत्येक मंत्री को 3 लोकसभा सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने का निर्देश दिया गया है. ये मंत्री इन सीटों के लिए रणनीति तैयार करेंगे और अक्सर इन सीटों का दौरा करेंगे.
मंत्री यहां जाकर लगातार लोगों के साथ संपर्क करेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे. एक समय में मंत्री को एक लोकसभा सीट में तीन दिनों का प्रवास करना होगा. यह ब्लू प्रिंट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने के मौके पर बनाया गया है.

सरकार की उपलब्धियों को बताएंगे
बीजेपी मोदी सरकार की उपलब्धियों को आम जनता में प्रभावशाली तरीके से पहुंचाना चाहती है. इसके तहत जनता केंद्रित नीतियों और स्कीमों के बारे में बताने की रणनीति बनाई है.
चुनाव जीतने की रणनीति का ब्लू प्रिंट तैयार करने के लिए आयोजित बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे.

किन मंत्रियों को किन लोकसभा सीटों पर चुनाव जीताने की जिम्मेदारी होंगी, इसका चयन पार्टी की संगठनात्मक ताकत और चुनावी प्रदर्शन के आधार पर किया गया है.
वर्तमान में इन निर्वाचन क्षेत्रों का लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों द्वारा प्रतिनिधित्व किया जाता है.इस योजना के तहत केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी दी गई है जहां राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस बीजेपी के लिए सबसे मजबूत चुनौती है.