
सोनभद्र। बुधवार को पंजाब में जिस तरह से प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक हुई वह सामान्य घटना नहीं बल्कि यह एक सोची समझी साजिश थी ।
जिस राज्य में प्रधानमंत्री का दौरा हो वहां के मुख्यमंत्री को रूट की जानकारी न होना ही इस बात की तरफ इशारा करती है कि बिना सोची समझी साजिश के यह सम्भव ही नहीं । आखिर उपद्रवियों को कैसे पता कि पीएम किस रूट से जाएंगे और फिर वहां की सुरक्षा व्यवस्था क्या कर रही थी ?
यह कहना है भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी का ।

उन्होंने कहा कि जहाँ समूचा विश्व प्रधानमंत्री के सम्मान में कमी नहीं करता ,वही अपने ही देश में अपने ही घर में उननके साथ इस तरह का व्यवहार करना बिल्कुल गलत है ।
घर आए अतिथि का स्वागत करना भारतीय परम्परा रही है परंतु कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक करते हुए यह साबित कर दिया कि वे आज भी भारतीय संस्कृति और भारतीयों की परंपरा को अपना नहीं पाए । इस घटना ने कांग्रेस का चरित्र प्रदर्शित कर दिया ।

तिवारी ने कहा कि राजनीति मुद्दे पर हो तो ठीक है लेकिन इस तरह की ओछी राजनीति से यह साफ हो चला है कि कोंग्रेस किस तरह हतोत्साहित है । कांग्रेस को लगने लगा है कि इस बार पंजाब उसके हाथ से निकल रहा है तो इस तरह की कृत्य करवा कर खुद अपनी ही भद्द पिटवा ली और पूरा देश देख लिया ।

किसी पार्टी विशेष का विरोध जायज़ है परंतु अपने देश के नेतृत्वकर्ता, शान, पहचान के ख़िलाफ़ इस तरह का कायरना व्यवहार करना क़ाफ़िले को रोका जाना बेहद शर्मनाक है ।अफसोस इस बात का है कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा में चूक क्या होता है यह कांग्रेस से बेहतर कौन जान सकता है जबकि उन्होंने खुद अपने नेता व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को खोया है । वावजूद इसकी इस तरह का पंजाब सरकार द्वारा कृत्य किया जाना न सिर्फ गलत है बल्कि शर्मनाक भी है । जिसके लिए उन्हें पूरे देश से माफी मांगना चाहिए ।

आज अगर देश में कांग्रेस की सरकार होती तो पंजाब सरकार को बर्खास्त कर दिया गया होता लेकिन देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री ने साफ संदेश दिया कि मैं आज सुरक्षित वापस लौट आया हूं । हमें गर्व है ऐसे देश के ऐसे प्रधानमंत्री पर।
