पकड़े जाने के डर से ट्रकों द्वारा सड़क पर ही गिराई गई गिट्टी को आखिर वनकर्मियों द्वारा किसके आदेश से कहाँ ले जाया गया ?
चिरूई – अमहवा के रास्ते पूरी रात अवैध परिवहन का चल रहा खेल।हर स्टेशन पर फिक्स है पार कराने व लोकेशन देने के दाम
परिवहन माफियाओं को अपनी गाड़ियों का अधिकारी द्वारा पीछा किये जाने का शक हुआ तो पकड़े जाने के डर से सड़क पर ही फेंक कर भाग गए लाखों की गिट्टी
वन विभाग के कर्मचारियों के सामने ट्रैक्टर पर लोड हो रही उक्त अवैध गिट्टी ● आखिर किसके आदेश पर और कहां जा रहा यह माल ? किसी को नहीं पता, गांव वालों को शक हुआ तो वीडियो बनाकर कर दिया वायरल।
(Sonbhadra news)सोनभद्र । पिछले दिनों विंध्यलीडर ने यह बताया था कि जनपद में किस तरह कुछ लोग वन विभाग की मिलीभगत से चिरूई अमहवा वार परसौना के रास्ते रात के अंधेरे में बिना परमिट गिट्टी , बालू व भस्सी का अवैध परिवहन करवा रहे हैं और अपने अवैध बिना परमिट ट्रकों को गंतव्य स्थानों तक पहुंचा रहे हैं । यहां आपको बताते चलें कि खबर छपने के बाद नींद में सोया वन विभाग जगा और शायद इस डर से की कहीं उच्चाधिकारियों को यह न लगने लगे कि इस खेल में विभाग की संलिप्तता है इस लिए आधे अधूरे मन से दिखावे के तौर पर कुछ कार्यवाही की गई जिसमें कुछ ट्रकों को पकड़ कर सीज कर दिया गया।लेकिन इसके बाद उच्चधिकारियों ने कड़ा रुख अख्तियार किया जिसके परिणाम स्वरूप खनन विभाग व राजस्व विभाग की संयुक्त कार्यवाही शुरू हुई और परिणाम स्वरूप लगभग दो दर्जन ट्रकों को इस रास्ते बिना परमिट के खनन सामग्री परिवहन करते हुए पकड़ कर सीज कर दिया गया जिससे खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया और फिलहाल कुछ दिनों तक इस रास्ते परिवहन बन्द रहा परन्तु मामला ठंडा पड़ता देख इधर कुछ दिनों से उक्त चिरुई मरकुड़ी से होते हुए वार के रास्ते फिर से रात के अंधेरे में ट्रकों की आवाजाही शुरू हो गई है।
अभी दो तीन दिन पहले मुखबीर की सूचना पर देर रात प्रवर्तन में लगे अधिकारियों ने कुछ गाड़ियों का पीछा किया तो शक होने पर परिवहन माफिया अवैध गिट्टी को गांव में सड़क पर ही पलट कर भाग खड़े हुए , तभी से यह गिट्टी सड़क किनारे गांव में पड़ी हुई थी। इधर परिवहन माफियाओं में हड़कम्प मचा हुआ था कि इतनी महंगी गिट्टी वैसे ही सड़क पर पड़ी है उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर गिट्टी का उठान कैसे करें , इधर प्रशासन इस ताक में था कि कोई मालिक आये तो उसे माल के साथ धर दबोचा जाय।और गांव के लोग यह देख रहे थे कि अब आगे कौन सा तमाशा देखने को मिलेगा ?सभी सड़क पर गिरी उक्त गिट्टी पर बाज की तरह निगाहें टिका रखी थीं।
इसी बीच गुरुवार को एक हैरान कर देने वाली तस्वीर सामने आई । तस्वीर में दिख रहा है कि वन विभाग के कुछ कर्मचारी खड़े होकर गांव में सड़क पर गिरी अवैध गिट्टी को ट्रैक्टर पर मजदूर लगाकर लोड करवा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक गांव वालों ने जब पूछा कि यह माल किसके आदेश पर और कहां जा रहा है तो गिट्टी लोड करवाने वाले कर्मचारियों ने कहा कि यह किसी मंदिर निर्माण कार्य के लिए जा रही है। गांव वालों को शक हुआ तो उन्होंने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस संबंध में जब वन विभाग के जिम्मेदार लोगों से पूछा गया कि सड़क पर गिरी उक्त गिट्टी को कहां रखा गया है तो उन लोगों ने कहा कि इसके संबंध में उन्हें कोई जानकारी ही नहीं है और न ही उनके आदेश पर कोई माल उठाया जा रहा है।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर वन विभाग के कर्मचारी खड़े होकर किसके लिए माल लदवा रहे हैं और यह माल कहां जा रहा है ? लोग कहते हैं कि तस्वीरें झूठ नहीं बोलती और यदि यह सही है तो इस पूरे मामले पर उच्च अधिकारियों को संज्ञान में लेकर इसे गंभीरता से देखना चाहिए और जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि शासन की छवि खराब करने व अवैध परिवहन पर लगाम लगाने की जो कोशिश चल रही है उस पर बट्टा न लग सके साथ ही ऐसे चेहरे भी बेनकाब हो सके जो वर्दी के आड़ में माफियाओं के लिए काम कर रहे हैं।