—राबर्ट्सगंज विधानसभा के तियरानायक ग्राम सभा के पीथा गांव के पास बने रेलवे क्रॉसिंग पर अंडर पास बनाने को लेकर
स्थानीय निवासियों ने किया प्रदर्शन
— प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि पिछले 30-35 सालों से हर चुनाव में अंडरपास बनाने का मिलता रहा आश्वासन
–मुख्यालय से महज 500 मीटर दूर पर स्थित है ये गाँव
— लोगो ने कहा चुनाव में जितने के बाद जनप्रतिनिधियों को नहीं दिखती है स्थानीय समस्याएं
Sombjdra news सोनभद्र। विधानसभा राबर्ट्सगंज के नगर पालिका से सटे हुए ग्राम सभा तियरानायक के ग्राम पीथा के पास बनी रेलवे लाइन के दोनों तरफ बने जनसंपर्क मार्ग पर लंबे समय से स्थानीय लोगों द्वारा अंडरपास बनाने को लेकर मांग किया जा रहा है,उसको लेकर आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य आशुतोष कुमार दुबे (आशु)के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन कर अंडरपास की मांग किया । उक्त अवसर पर आशू दुबे ने कहा कि इस मार्ग से रोजाना हजारों की संख्या में आवागमन होता है,स्थानीय लोगों के माध्यम से पता चला कि करीब 15 से 20 गांव इस मार्ग से जुड़े हुए हैं और यह सड़क आगे निकलकर रामगढ़ होकर खलियारी तक चला जाता है।
पूरे सोनभद्र में एकमात्र नगरपालिका राबर्ट्सगंज यहां से मात्र 500 मीटर की दूरी पर है और ना तो यहां फाटक की व्यवस्था की गई है और ना ही अंडरपास की।इस सड़क से जुड़े किसी गांव की किसी महिला को प्रसव की दिक्कत हो जाय अथवा किसी की तबीयत खराब हो जाय या फिर किसी को अस्पताल लेकर आना हो तो यहाँ की स्थिति इतनी खराब है कि टेंपो भी नहीं आ जा सकती । गांव में एक छोटी सी पुलिया है जिसके नीचे से मोटरसाइकिल और साइकिल निकलती है वह भी केवल जब बरसात का मौसम ना हो । इस समय बरसात शुरू हो गई है पानी भर जाने पर उसमें तमाम जानवर आते जाते हैं कभी किसी के गाड़ी में, कभी झोले में, कभी भी कोई बड़ी घटना किसी के साथ भी घट सकती है ।
लोगों का कहना यह भी है कि इस रेलवे क्रॉसिंग पर पूर्व में कई घटनाएं घटित हुई है, वर्तमान सरकार को इतनी बड़ी समस्या नहीं दिखती, स्थानीय निवासी अमरावती ने कहा कि महिलाओं के लिए बहुत बड़ी समस्या है किसी की तबीयत खराब हो,चोट लग जाए, बुखार आ जाए, शहर आना जाना हो तो साधन की समुचित व्यवस्था नहीं क्योंकि रास्ता ही नहीं हैं। स्थानीय निवासी बसन्धारी ने कहा कि इस रास्ते से रोजाना मोटर साइकिल , साइकिल से आने-जाने वाले लोग हैं लेकिन अब बरसात शुरू हो गई अब परेशानियों का सामना बहुत ज्यादा करना पड़ेगा क्योंकि छोटी पुलिया से निकल पाना किसी ही वाहन के लिए बड़ा ही मुश्किल है इसमें आने जाने वालों का सर भी लड़ जाया करता है। स्थानीय निवासी मनोज मिश्रा ने कहा कि पिछले कई सालों से लगातार अंडरपास की मांग की जा रही है यहां तक कि रेलवे डीआरएम को भी इसके बाबत सूचित किया गया लेकिन सरकार के कानों पर जूं ही नहीं रेंगती।
स्थानीय निवासी कबूतरी ने कहा कि रोजाना इस रास्ते से आने जाने वालों को समस्याओं से गुजरना पड़ता है ,रास्ता ना होने की वजह से संसाधन भी इधर नहीं चलते जिससे हमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, स्थानीय निवासी श्रीकांत मिश्रा ने बोला कि बड़े ही नहीं यहां के बच्चों को भी तमाम समस्याएं होती हैं। यहां के 15-20 गांव के जो बच्चे हैं उनको पढ़ने के लिए जाना हो तो मुख्यालय पहुंचने में जहां इस रास्ते से 10 मिनट में पहुंच सकते हैं उसके लिए उन्हें बहुत ज्यादा घूम कर जाना पड़ता है जिससे समय की भी बर्बादी होती है और दुर्घटना की भी संभावनाएं बढ़ती हैं। स्थानीय निवासी कलावती ने कहा कि सरकार केवल बात कहती है चुनाव का समय जब आता है तब लोग तमाम वादे करते हैं लेकिन चुनाव बीत जाने के बाद लोग इस तरफ ध्यान नहीं देते हम अपनी बात किस से कहें ?
स्थानीय निवासी प्रमोद मिश्रा ने कहा कि यह समस्या केवल तियारानायक ग्रामसभा की नहीं बल्कि इस मार्ग से जुड़े सभी ग्राम सभाओं की है और जनप्रतिनिधियों को इस पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि सौ पचास लोगों का मामला नहीं है हजारों लोगों का मामला है। कांग्रेसी नेता आशु दुबे ने कहा कि सरकार केवल लोक लुभावने वादे/ जुमले फेंक रही है चाहे वह गड्ढा मुक्त सड़क की बात हो, चाहे महंगाई की, वादों या फिर किसी जन समस्या की बात हो या फिर किसी मुद्दे की बात हो जनप्रतिनिधियों की कोई बात सामने नहीं आती। जहां लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं वहां इस तरफ सरकार के जनप्रतिनिधियों का ध्यान ना होना यह दर्शाता है कि उनका आम जनमानस से कितना सरोकार रखते है। हम मांग करते हैं कि जल्द से जल्द अंडरपास की घोषणा हो और इसे बनाया जाए, ताकि इस मार्ग से जुड़े तमाम गांव के लोगों का आवागमन सुनिश्चित हो सके। मुख्य रूप से उपस्थित रहने वालों में पंचू ,जोखन, भोला, धन सीरिया, शंकर,बचाऊ ,दुलारे , विजय ,राकेश, कबूतरी, जितेंद्र ,सुगन ,सूरज, कौशल मिश्रा ,सुरेश भारती, दुखती ,सोनू के साथ तमाम ग्रामवासी मौजूद रहे।