लगता है चुर्क नगर पंचायत को किसी की नजर लग गयी है । यही कारण है कि पिछले कुछ दिनों से चुर्क हमेशा विवादों में रह रहा है । भाजपा चेयरमैन भले ही हर विवाद के पीछे विपक्ष का हाथ बता रही हों लेकिन नजर किसकी लग गयी यह भी शायद चेयरमैन को पता ही होगा ?

चुर्क। पिछले कुछ दिनों से चुर्क बाजार समाचारों की सुर्खियों में लगातार बना हुआ है। ऐसा लगता है कि चुर्क राजनीति का अखाड़ा बन चुका है जहां राजनीतिक पार्टियों के पहलवान अपनी अपनी ताकत की जोर आजमाइश कर रहे हैं।कभी पी डब्लू डी की सड़क किनारे खाली पड़ी कीमती ज़मीनों पर कब्जे को लेकर तो कभी रोडवेज डिपो की जमीन पर दुकान अथवा कुछ और बनाकर कब्जा जमाने को लेकर तो कभी आवास में गड़बड़ी को लेकर । लेकिन गुरुवार को चुर्क में नए विवाद ने जन्म ले लिया है । गुरुवार को चुर्क में एक शिकायत पर प्रशासन की टीम सड़क के दोनों किनारों पर पी डब्ल्यू डी की जमीन पर हुए अतिक्रमण को खाली कराने पहुंची तो पूरे नगर में हड़कम्प मच गया । पीडब्ल्यूडी व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने पूरे चुर्क बाजार में नापी कर बने मकानों व दुकानों पर निशान लगाना शुरू किया तो लोगों को पसीना आ गया । पूछने पर प्रशासन की टीम ने बताया कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण है , हटाना पड़ेगा ।किसी मकान पर 8 फ़ीट तो किसी पर 7 फीट पेंट से लिखकर लोगों की धुकधुकी बढ़ा दी है।

चुनाव के ठीक पहले इस तरह की प्रशासनिक कार्यवाही से लोगों में बेहद गुस्सा है । लोगों कहना है कि उनकी कई पीढ़ी यहां गुजार दी लेकिन अब अचानक कार्यवाही करने का क्या मतलब । लोगों में इस बात का भी गुस्सा दिखा कि उनकी मुसीबत में कोई भी जनप्रतिनिधि सामने नहीं आया ।

वहीं नगर की चेयरमैन इस पूरे कार्यवाही को राजनीति से जोड़कर देख रही हैं । उनका कहना है कि इसमें विपक्ष की साजिश है । चेयरमैन ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि उनके नगर में नापी की गई लेकिन उन्हें सूचना तक नहीं दी गयी ।फिलहाल राजनीतिक जमीन गर्म है और लोग अपनी अपनी रोटी सेंक रहे हैं।अब जो भी हो सड़क किनारे दुकान लगाकर दो वक्त की रोटी का इंतजाम करने में लगे इन दुकानदारों में गुस्सा जरूर देखा जा रहा है।अब ठीक विधानसभा चुनाव के पहले पी डब्लू डी की यह कार्यवाही किस पर भारी पड़ेगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
