सोनभद्र।कांग्रेस ने आज उत्तर प्रदेश में 125 उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है उस पहली लिस्ट में रामराज को ओबरा से टिकट दिया गया है। आपको बताते चलें कि रामराज उभ्भा कांड के बाद पुलिस घेराबंदी तोड़कर प्रियंका से मुलाकात करके सुर्खियों में आए थे।जुलाई 2019 में घोरावल तहसील क्षेत्र के उभ्भा में हुए खूनी संघर्ष के मसले को आदिवासी उत्पीड़न से जोड़कर राष्ट्रीय स्तर पर उठाने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक बार फिर से सोनभद्र में उम्भा निवासी रामराज को टिकट देकर आदिवासी समुदाय के उत्पीड़न व उनके विकास में सरकार की उदासीनता का कार्ड को खेला है।

विधानसभा चुनाव के लिए आज घोषित 125 उम्मीदवारों की जारी पहली लिस्ट में उभ्भा कांड के बाद पुलिस घेराबंदी तोड़कर प्रियंका से मुलाकात करने वाले रामराज गोंड़ को ओबरा से टिकट देने के साथ ही जहां जिले की सियासत एक बार फिर से गरमा गई है वहीं राज्य मंत्री संजीव गौड़ के विधायकी वाली सीट पर कांग्रेस के मास्टर स्ट्रोक ने भाजपा के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है

आपको बताते चलें कि जिले में चारों विधानसभा सीटों पर चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ी हुई है। वर्तमान में सोनभद्र की चार सीटों में से तीन पर भाजपा और एक पर उसके सहयोगी दल अपना दल का कब्जा है।

2022 के चुनाव में क्या समीकरण होगा? टिकट को लेकर क्या तस्वीर बनेगी? अभी भाजपा की तरफ से स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। मुख्य विपक्षी दल बसपा और सपा की तरफ से भी सोनभद्र के सीटों को लेकर पत्ते नहीं खोले गए हैं। वहीं कांग्रेस की तरफ से जारी की गई पहली लिस्ट में ओबरा विधानसभा 402 से विधायकी के चुनाव के लिए पहला टिकट घोषित कर दिया गया है।

रामराज गोंड़ वर्तमान में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भी ओबरा से भाजपा, सपा और बसपा ने गोंड़ बिरादरी का ही प्रत्याशी इस सीट पर उतारा था। सपा से गठबंधन होने के कारण कांग्रेस ने इस सीट पर चुनाव नहीं लड़ा था। इस बार भी जहां भाजपा और सपा की तरफ से गोंड़ बिरादरी के व्यक्ति को ही ओबरा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के संकेत सामने आ रहे हैं।

वहीं कांग्रेस की तरफ से भी इसी बिरादरी के तथा उभ्भा कांड के पीड़ितों की अगुवाई करने वाले रामराज गोंड़ को ओबरा सीट से चुनावी मैदान में उतारकर कांगेस ने भाजपा के साथ ही सपा और बसपा के सामने भी बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
