अमेरिका में तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। देश की ऊर्जा व्यवस्था चरमरा गई है। तूफान से ट्रांसमिशन लाइनों को क्षति हुई है। 20 लाख से अधिक घरों में बिजली गुल हो गई है। इसके अलावा 5200 अमेरिकी उड़ानों को रद्द किया गया है।
वाशिंगटन । बर्फीला तूफान अमेरिका पहुंच गया है। इस ”बम चक्रवात” के कारण 18 लोगों की मौत हो गई है। पूरे अमेरिका में हिमपात के साथ बर्फीली हवाएं चल रही हैं। ऐसे में अमेरिका में 5200 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, देश भर में एयरलाइनों ने शनिवार दोपहर तक लगभग 5200 अमेरिकी उड़ानों को रद्द कर दिया है। जिससे छुट्टियों पर जाने वाले हजारों लोगों को निराशा हुई है।
एयरलाइनों ने ये उड़ाने बर्फीले तूफान को देखते हुए रद्द कर दी हैं। बता दें कि पूरे अमेरिका में हिमपात के साथ बर्फीली हवाएं चल रही हैं। कनाडा बार्डर के पास मोनटाना के हावरे में तापमान शून्य से 39 डिग्री नीचे दर्ज किया गया है। विमान, रेल समेत परिवहन सेवाएं बाधित हो गई हैं। कई जगहों पर बर्फ में वाहन फंसे हुए हैं। इसके अलावा कई उड़ानें रद कर दी गई हैं। हजारों अमेरिकी हवाईअड्डों पर फंसे हुए हैं। 20 करोड़ लोग यानि देश की लगभग 60 प्रतिशत आबादी कंपा देने वाली ठंड का सामना कर रही है।
अमेरिका में तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी
पूरे अमेरिका में तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। देश की ऊर्जा व्यवस्था चरमरा गई है। तूफान से ट्रांसमिशन लाइनों को क्षति हुई है। 20 लाख से अधिक घरों में बिजली गुल हो गई है।
बेहद खतरनाक है बम चक्रवात
बम चक्रवात के कारण बर्फीले तूफान से लेकर तेज आंधी और भारी वर्षा होती है। यह चक्रवात तब निर्मित हो सकता है, जब ठंडी हवा गर्म हवा से टकराती है। इस प्रक्रिया को बंबोजेनेजिस कहा जाता है। बम चक्रवात आमतौर पर ठंड के दौरान देखने को मिलते हैं, क्योंकि ये चक्रवात ठंडी और गर्म हवा के मिलन के कारण बनते हैं। बम चक्रवात उत्तर-पश्चिमी अटलांटिक, उत्तर-पश्चिमी प्रशांत और कभी-कभी भूमध्य सागर के ऊपर बनते हैं। राष्ट्रीय मौसम सेवा के एक मौसम विज्ञानी और जान मूर ने कहा कि ग्रेट लेक्स क्षेत्र में ठंडी आर्कटिक हवा जब पूर्व की ओर बहुत गर्म हवा से मिली थी तो बम चक्रवात बना था।